Hyundai IPO in India: ऑटो सेक्टर की साउथ कोरियन कंपनी ह्युंडै मोटर (Hyundai Motor Company) भारतीय शेयर बाजार में जल्द एंट्री करने की योजना बना रही है। कंपनी इसके लिए भारतीय बाजार का अब तक का सबसे बड़ा IPO लाने की तैयारी में है। इसके लिए उसने एडवाइजर के तौर पर 2 इन्वेस्टमेंट बैंकों का भी चुनाव कर लिया है।
मनीकंट्रोल ने सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि Hyundai Motor India Limited ने IPO लाने के लिए एडवाइजर के तौर पर कोटक महिंद्रा कैपिटल (Kotak Mahindra Capital) और मॉर्गन स्टैनली (Morgan Stanley) को चुना है। ये दोनों इन्वेस्टमेंट बैंक Hyundai India को IPO लाने में मदद करेंगे।
इससे पहले 7 फरवरी को बिज़नेस स्टैंडर्ड को सूत्रों ने बताया था कि Hyundai ने शुरुआती इन्वेस्टमेंट राउंड के दौरान अमेरिकी बैंकों पर ध्यान दिया, जिनमें बैंक ऑफ अमेरिका, मॉर्गन स्टैनली, जेपी मॉर्गन और सिटीबैंक शामिल थे।
बता दें कि अगर कंपनी IPO लाती है तो यह भारतीय बाजार में अब तक का सबसे बड़ा IPO हो सकता है। क्योंकि माना जा रहा है कि कंपनी की योजना IPO के जरिये 25,000 करोड़ से 30,000 करोड़ रुपये जुटाने की है। अब तक इतना बड़ा IPO किसी कंपनी ने नहीं लाया है। इसके पहले PSU कंपनी लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन (LIC) ने 21,000 करोड़ रुपये IPO के जरिये जुटाए थे।
मनीकंट्रोल को एक सूत्र ने बताया कि Hyundai India मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) के पास इसी साल जून के अंत तक या जुलाई में ड्रॉफ्ट रेड हेयरिंग प्रॉस्पेक्ट्स यानी (DRHP) फाइल कर सकती है।
अगर सेबी की तरफ से मंजूरी मिल जाती है तो कंपनी इसके बाद जल्द की IPO लाने का ऐलान कर सकती है।
हाल ही में बिज़नेस स्टैंडर्ड से बातचीत में एक बैंकर ने कहा था कि ह्युंडै IPO से मिलने वाले अवसर को लेकर उत्साहित है, लेकिन ऊंचे पूंजीगत लाभ कर (capex tax) के डर से वह केवल सेकंडरी शेयर बिक्री करने के लिए उत्सुक नहीं है। क्योंकि ऐसा माना जा रहा था कि अगर पैरेंट कंपनी भारतीय सब्सिडियरी में अपने शेयर बेचती है तो उसे (दो देशों के बीच कर संधि की हिसाब से ) भारत के साथ-साथ साउथ कोरिया में भी कैपेक्स टैक्स चुकाना पड़ सकता है।
गौरतलब है कि मारुति सुजूकी इंडिया लिमिटेड (Maruti Suzuki India Limited) के बाद Hyundai India भारत की सबसे बड़ी कारमेकर कंपनी है। Hyundai India ने तलेगांव में जनरल मोटर्स से हाल में खरीदे गए प्लांट पर 6,000 करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना बनाई है।
अप्रैल में ह्युंडै मोटर इंडिया (HMIL) की घरेलू बिक्री एक साल पहले के मुकाबले 1 फीसदी बढ़कर 50,201 इकाइयों की रही। कंपनी के मुख्य परिचालन अधिकारी तरुण गर्ग ने कहा था कि साल 2022 में कंपनी की कुल बिक्री में SUV की हिस्सेदारी 53 फीसदी थी। पिछले साल यह आंकड़ा बढ़कर 60 फीसदी हो गया। फिलहाल यह 67 फीसदी है।
साल 2023 के पूरे साल की बिक्री की बात करें तो देखा गया कि कंपनी की ग्लोबल बिक्री में भारत का अहम योगदान रहा। कुल बिक्री की 13 फीसदी बिक्री भारत में ही हुई। Hyundai की भारतीय कंपनी ने 2023 में 6,02,111 वाहनों की बिक्री के साथ सबसे ज्यादा घरेलू बिक्री का रिकॉर्ड बनाया था।