आईपीओ

Bajaj Housing Finance IPO: बजाज हाउसिंग फाइनेंस के IPO सब्सक्रिप्शन ने तोड़ा अबतक का 2 रिकॉर्ड, जमकर हुई पैसे की बारिश

बजाज हाउसिंग फाइनेंस के IPO के लिए रिटेल निवेशकों से 7.9 गुना बोलियां मिलीं, तो वहीं, QIB से 222.05 गुना और नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स से 43.91 गुना बोलियां मिलीं।

Published by
रत्न शंकर मिश्र   
Last Updated- September 11, 2024 | 9:33 PM IST

Bajaj Housing Finance Subscription Status: भारत की दूसरी सबसे बड़ी हाउसिंग फाइनेंस के शेयरों ने प्राइमरी मार्केट में जमकर धमाल मचाया। 9 सितंबर को ओपन हुआ बजाज हाउसिंग फाइनेंस का IPO को न सिर्फ जबरदस्त ओवरसब्सक्रिप्शन मिला, जबकि, कंपनी ने दो और रिकॉर्ड तोड़ दिया है। बजाज फाइनेंस की सब्सिडियरी कंपनी बजाज हाउसिंग फाइनेंस 6,560 करोड़ रुपये के IPO के लिए निवेशकों की तरफ से कुल 67.35 गुना बोलियां मिलीं। यानी निवेशकों ने 3 लाख करोड़ से ज्यादा की बोलियां लगाई।

कैटेगरी वाइज अगर बात की जाए तो बजाज हाउसिंग फाइनेंस के IPO के लिए रिटेल निवेशकों से 7.9 गुना बोलियां मिलीं, तो वहीं, क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बॉयर्स (QIB) से 222.05 गुना और नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स से 43.91 गुना बोलियां मिलीं। IPO को एप्लॉई कोटा से 2.08 गुना और शेयरहोल्डर्स कोटा से 18.43 गुना बोलियां बजाज हाउसिंग फाइनेंस के IPO के लिए कुल मिलाकर मिलीं।

टूटा रिकॉर्ड

जैसा कि कंपनी की फाइनेंशियल्स और बैलेंस शीट को देखकर एनालिस्ट्स अंदाजा लगा रहे थे कि कंपनी के शेयरों को शानदार सब्सक्रिप्शन मिलेगा। एनालिस्ट्स को यह भी उम्मीद थी कि आने वाले समय में लोन की संख्या बढ़ेगी और उसका असर कंपनी की प्रॉफिटेबिलिटी पर पड़ेगा। लेकिन, आज जब फाइनल डेटा आया तो रिकॉर्ड ही टूटता दिखाई दिया।

बजाज हाउसिंग फाइनेंस के IPO को न केवल 67.35 गुना सब्सक्राइब किया गया है, बल्कि यह सब्सक्रिप्शन अमाउंट के मामले में रिकॉर्ड तोड़ दिया। अभी तक किसी भी कंपनी के IPO के लिए 2 लाख करोड़ से ज्यादा की बोली नहीं मिली थी। साल 2007 में मुंद्रा पोर्ट और 2008 में कोल इंडिया (Coal India) के IPO में शेयर पाने के लिए 2 लाख करोड़ से ज्यादा की बोली मिली थी।

दूसरा रिकॉर्ड ये कि कंपनी के IPO को करीब 90 लाख अप्लीकेशन मिले, जो टाटा टेक्नोलॉजीज के 73.5 लाख के पिछले रिकॉर्ड को पार कर गया।

गैर-बैंक फाइनेंस कंपनी (NBFC) बजाज फाइनेंस की सब्सिडियीरी बजाज हाउसिंग फाइनेंस लिस्टिंग के बाद भारत की सबसे बड़ी लिस्टेड होम लोन फाइनेंस करने वाली कंपनी बन जाएगी। इसके 78.2 करोड़ डॉलर के IPO के साथ कंपनी की वैल्यू 700 करोड़ डॉलर हो जाएगी।

एंकर इन्वेस्टर्स से जुटाए थे 1,758 करोड़ रुपये

बजाज हाउसिंग फाइनेंस ने IPO से पहले एंकर निवेशकों से 1,758 करोड़ रुपये जुटाए थे। बजाज हाउसिंग की एंकर बुक में सिंगापुर सरकार, न्यू वर्ल्ड फंड इंक, ADIA,, फिडेलिटी, इनवेस्को, HSBC, मॉर्गन स्टेनली, नोमुरा, जेपी मॉर्गन और कई डोमेस्टिक म्यूचुअल फंड और बीमा कंपनियां शामिल थीं।

कब होगा बजाज हाउसिंग फाइनेंस के IPO में शेयरों का अलॉटमेंट और लिस्टिंग

BHFC का आईपीओ 9 सितंबर को ओपन हुआ था। 11 सितंबर को यह निवेशकों के सब्सक्रिप्शन के लिए क्लोज हो गया। बजाज हाउसिंग फाइनेंस का प्राइस बैंड 67-70 रुपये प्रति शेयर तय किया गया था।

बजाज हाउसिंग फाइनेंस के आईपीओ में किन निवेशकों को शेयर मिलेगा या नहीं मिलेगा, यह अलॉटमेंट में तय होगा। शेयरों की अलॉटमेंट डेट (Bajaj Husing Finance IPO Allotment date) 12 सितंबर है। निवेशक अपना अलॉटमेंट स्टेटस NSE या CSDL की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर चेक कर सकते हैं।

13 सितंबर को रिफंड की प्रक्रिया शुरू होगी। इसका मतलब यह है कि लॉटरी में सब्सक्रिप्शन के हिसाब से देखा जाएगा कि किसे कितना लॉट मिलना चाहिए, किसने किस प्राइस बैंड पर पैसा लगाया है। इसमें प्रिफरेंस के हिसाब से शेयर तय होंगे। इसके अलावा, यह भी संभव है कि लॉटरी में जगह न मिले। ऐसी परिस्थितियों में, यानी अगर आपने ज्यादा लॉट की बोली लगाई है और कम लॉट मिलते हैं तो बचे पैसे का रिफंड और शेयर नहीं मिलते हैं तो लॉक्ड अमाउंट का रिफंड आपके डीमैट अकाउंट में 13 सितंबर से क्रेडिट होना शुरू हो जाएगा।

Bajaj Housing Finance Listing

बजाज हाउसिंग फाइनेंस की लिस्टिंग की तारीख (Bajaj Housing Finance Listing Date) 16 सितंबर है। यानी इस दिन कंपनी शेयर बाजार में लिस्ट हो जाएगी। गौरतलब है कि करीब 3 दशक बाद ऐसा मौका आया है, जब बजाज ग्रुप की कोई कंपनी शेयर बाजार में लिस्ट होने जा रही है। साल 1994 में बजाज फाइनेंस लिमिटेड का IPO आया था।

बजाज हाउसिंग फाइनेंस की स्थापना साल 2008 में की गई थी। सितंबर 2015 में एक गैर बैंकिंग फाइनेंस कंपनी (NBFC) के रूप में नेशनल हाउसिंग बैंक के साथ इसे रजिस्टर किया गया था। RBI ने सितंबर 2023 में इसे ‘अपर लेयर’ NBFC (NBFC-UL) का दर्जा दिया। RBI के नियम के तहत,अपर लेयर NBFC को सितंबर 2025 तक स्टॉक एक्सचेंजों पर लिस्ट होना जरूरी है।

अपर लेयर का मतलब यह है कि कंपनी एसेट साइज और स्कोर के लिहाज से इतनी बड़ी हैं कि उनके डूबने का चांस बहुत कम है। इसलिए RBI चाहता है कि इन कंपनियों के साथ कुछ ऐसा न हो कि उनकी फाइनेंशियल हेल्थ खराब हो। RBI ने इसके लिए कड़े प्रावधान भी किए हैं।

बजाज हाउसिंग फाइनेंस की तरफ से शेयरों की बिक्री भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के नियमों का पालन करने के लिए की जा रही है। बजाज हाउसिंग फाइनेंस इस IPO के तहत 3,560 करोड़ रुपये का फ्रेश इश्यू (नए शेयर) जारी की थी और 3,000 करोड़ रुपये OFS (ऑफर फॉर सेल) के जरिये जुटाई है।

First Published : September 11, 2024 | 8:21 PM IST