अदाणी समूह के शेयरों में लगातार बिकवाली की वजह से बाजार पूंजीकरण (market capitalisation) की रैंकिंग में भारत फिसलकर सातवें पायदान पर आ गया है।
mcap के मामले में ब्रिटेन ने छठे स्थान पर काबिज होकर भारत को पीछे छोड़ दिया है। भारत 9 महीने पहले ब्रिटेन को पीछे छोड़कर पहली बार शीर्ष-5 में जगह बनाई थी।
दो महीनों से कम समय में, घरेलू बाजार का स्थान दो पायदान घटा है। 31 जनवरी को फ्रांस ने भारत को पांचवें पायदान से हटाने में सफलता हासिल की थी।
इस साल अब तक, भारत का mcap 231 अरब डॉलर या 6.93 प्रतिशत तक घटकर 3.1 लाख करोड़ रुपये रह गया है। अदाणी समूह का इस नुकसान में 60 प्रतिशत से ज्यादा योगदान है। समूह का mcap इस साल अब तक करीब 145 अरब डॉलर घट चुका है।
ग्लोबल mcap में भी भारत का योगदान घटकर 3 प्रतिशत से नीचे रह गया है, जो अक्टूबर 2022 में 4 प्रतिशत था।
भारतीय बाजार शीर्ष-10 में सबसे कमजोर प्रदर्शन वाले बाजारों में से एक है, क्योंकि अन्य कई बाजारों को पिछले साल अपने मजबूत प्रदर्शन के अनुरूप प्रदर्शन करने में मदद मिल रही है। विश्लेषकों का कहना है कि भारत का महंगा मूल्यांकन और अदाणी समूह को लेकर प्रशासनिक चिंताओं का निवेशक धारणा पर नकारात्मक असर पड़ा है।