जैसी कि उम्मीद थी निफ्टी दिन के 2767 अंकों के निचले स्तरों से उबरा और कारोबार बंद होने तक शार्ट कवरिंग के चलते 13 अंक की तेजी के साथ बंद हुआ।
वायदा कारोबार में ट्रेडिंग वॉल्यूम काफी कम रहा और यह 11,000 करोड़ रुपए से कम हो गया क्योकि कारोबारी इंट्राडे में पोजीशन लेने से कतरा रहे थे। रिलायंस इंड, स्टेट बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और एचडीएफसी जैसे अहम स्टॉक वायदा में खरीदारी का समर्थन नहीं होने से दन भर ही सीमित दायरे में ही कारोबार होता रहा।
निफ्टी फरवरी वायदा 40 अंकों के दायरे में ही रहा और इसका टर्नओवर कल के 667,736 सौदों से घटकर आज 412,706 सौदों पर पहुंच गया। बाजार इस समय खासा कमजोर दिख रहा है और आने वाले दिनों मे इसमें और कमजोरी आ सकती है।
तेजड़ियों को तसल्ली केवल एक ही है कि बाजार डेली चार्ट पर ओवरसोल्ड पोजीशन पर है और अगर निफ्टी 2800 के स्तर से ऊपर बंद होता है तो पुलबैक कभी भी आ सकता है। लेकिन अगर निफ्टी 2720 का अपना सपोर्ट तोड़ता है और 2700 से नीचे बंद होता है तो इंडेक्स 2600 का स्तर पाने में ज्यादा समय नहीं लेगा।
हालांकि एक्सपायरी के लिए कुल पांच कारोबारी सत्र हैं और निफ्टी के कॉल और पुट के मौजदा होल्डिंग पैटर्न को देखें तो यही संकेत मिलते हैं कि निफ्टी का 2800 से ऊपर बंद होना मुश्किल है लेकिन यह 2700 से नीचे गिर सकता है।
निफ्टी फरवरी वायदा के ओपन इंटरेस्ट में 14.4 लाख शेयरों की कमी देखी गई जबकि मार्च वायदा के ओपन इंटरेस्ट में 23.2 लाख शेयर जुडे हैं जो संकेत है कि लॉन्ग पोजीशन खत्म हो रही है और शार्ट पोजीशन ली जा रही है।
2600 और 2700 के कॉल और पुट ऑप्शंस में अनवाइंडिंग देखी गई जो संकेत है कि इंडेक्स 2700 का सपोर्ट बेस छोड़ रहा है और 2600 से नीचे भी जा सकता है। रिलायंस इंड, आईसीआईसीआई, स्टेट बैंक और इन्फोसिस में ऊपर के स्तरों पर मुनाफावसूली देखी गई है।
इनमें 50-55 फीसदी वॉल्यूम दिन के औसत भाव से ऊपर ही रहा है। बैंकिंग शेयरों में खासा शार्ट देखा जा रहा है। आईसीआईसीआई बैंक के ओपन इंटरेस्ट में फरवरी सीरीज में 18.6 लाख शेयर कम हुए लेकिन मार्च में 26.9 लाख शेयर जुड़े हैं और यह स्टॉक शार्ट पोजीशन बनने से 2.2 फीसदी गिरकर बंद हुआ है।
