Hotel Stocks: प्रमुख सूचीबद्ध होटल कंपनियों ने वित्त वर्ष 2024 की जनवरी-मार्च तिमाही में मजबूत राजस्व वृद्धि दर्ज की। कमरों की संख्या में एक अंक की दमदार वृद्धि और उपलब्ध प्रति कमरा राजस्व (रेवपार) में इसी तरह की वृद्धि की मदद से होटल क्षेत्र ने चौथी तिमाही में 20 प्रतिशत की राजस्व बढ़ोतरी दर्ज की।
हालांकि वित्त वर्ष 2025 की अप्रैल-जून तिमाही में वृद्धि आम चुनाव और मौसम की विपरीत स्थितियों की वजह से नरम रहने का अनुमान है। अल्पावधि चिंताओं के बावजूद कई ब्रोकर इस क्षेत्र के परिदृश्य पर उत्साहित बने हुए हैं। अल्पावधि में बाजार चौथी तिमाही के साथ साथ मौजूदा पहली तिमाही के प्रदर्शन से मांग से जुड़े रुझानों को देखेगा।
वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही के प्रदर्शन पर शेयरखान रिसर्च ने कहा है कि औसत कमरा दर (एआरआर) मध्य एक से न्यून दो अंक (4 से 13 प्रतिशत) में बढ़ी, जबकि ऑक्यूपेंसी (होटल कमरों में ग्राहकों के ठहरने की दर) एक साल पहले के मुकाबले 200 आधार अंक तक सुधरकर 4.40 प्रतिशत पर पहुंच गई।
लेमन ट्री होटल्स इसका अपवाद रही और अपने मुंबई होटल ऑरिका की पेशकश के कारण उसने सालाना आधार पर ऑक्यूपेंसी में 160 आधार अंक की गिरावट दर्ज की। हालांकि वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही में एआरआर में ऊंचे एक अंक में इजाफा हुआ, लेकिन यह पिछली तिमाही के मुकाबले कम रही। चालू तिमाही में यह और कमजोर पड़ सकती है।
एचवीएस एनारॉक के अनुसार पूरे भारत में एआरआर इस साल अप्रैल में सालाना आधार पर 5-7 प्रतिशत तक बढ़ी जबकि ऑक्यूपेंसी 61 से 63 प्रतिशत रही जो तिमाही आधार पर 2 प्रतिशत अंक कम है।
जेएम फाइनैंशियल में शोध विश्लेषक सुमित कुमार का मानना है कि मई में कमरा दर वृद्धि आम चुनाव और देश में मौसम के विपरीत हालात की वजह से प्रभावित हुई थी। मांग संबंधी रुझानों के अलावा बाजार की नजर मुनाफे पर भी लगी रहेगी। वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही में इस क्षेत्र के लिए परिचालन मुनाफा मार्जिन घटकर अनुमान से नीचे रह गया क्योंकि इस पर साम्ही होटल्स और लेमन ट्री होटल्स में पुनरुद्धार खर्च और ऊंचे कॉरपोरेट खर्च के कारण असर पड़ा।
जेएम फाइनैंशियल रिसर्च का कहना है, ‘पिछले दो वर्षों के दौरान उद्योग में मजबूत सुधार की वजह से कंपनियों को अब कर्मचारियों और भागीदारों को चुकाए जाने वाले ऊंचे पारिश्रमिक और कमीशन/इंसेंटिव की वजह से लागत के दबाव का सामना करना पड़ रहा है।’ वृद्धि के रुझान में नरमी के बावजूद कई ब्रोकर अनुकूल मांग-आपूर्ति परिदृश्य को ध्यान में रखते हुए उत्साहित बने हुए हैं।
दुनिया की सबसे बड़ी हॉस्पिटैलिटी कंसल्टिंग फर्म हॉरवथ एचटीएल ने भारत में ब्रांडेड कमरों के लिए मांग वित्त वर्ष 2024 से वित्त वर्ष 2027 तक सालाना 10.6 प्रतिशत तक बढ़ने का अनुमान जताया है जबकि ब्रांडेड कमरों की आपूर्ति इस दौरान सालाना 8 प्रतिशत तक बढ़ सकती है।
लक्जरी और अपर अपस्केल सेगमेंटों में आपूर्ति वृद्धि और भी कम है। 2022-23 से वित्त वर्ष 27 तक 5-7 प्रतिशत की सालाना वृद्धि के साथ प्रमुख होटल कंपनियों के हाथ बेहतर मूल्य निर्धारण क्षमता आ रही है।
सुमंत कुमार के नेतृत्व वाली मोतीलाल ओसवाल रिसर्च की टीम का कहना है, ‘मौजूदा अनुकूल परिदृश्य अगले दो वर्षों के दौरान बरकरार रह सकता है, जिससे ऑक्यूपेंसी में सुधार और एआरआर को बढ़ावा मिलेगा। खासकर ऐसी कंपनियां ज्यादा लाभान्वित होंगी जो इस अवसर का लाभ उठाने की मजबूत स्थिति में हैं।’
ब्रोकरेज फर्म ने वृद्धि के लिए प्रमुख कंपनियों की नीतियों पर प्रकाश डाला है। इंडियन होटल्स कंपनी, लेमन ट्री, ईआईएच और द पार्क जैसे ब्रांड मालिकों ने होटल प्रबंधन और राजस्व विविधता के साथ साथ कुछ स्वयं के होटल शामिल करने पर ध्यान केंद्रित किया है। होटल मालिक (शैले होटल्स, साम्ही और जुनिपर होटल्स) स्वयं के ज्यादा कमरे जोड़कर वृद्धि पर ध्यान दे रहे हैं।
ब्रोकरेज को अनुकूल मांग-आपूर्ति परिदृश्य, कॉरपोरेट दर वृद्धि, कमरों के कायाकल्प और परिचालन दक्षता में सुधार की वजह से एआरआर में वृद्धि को ध्यान में रखते हुए वित्त वर्ष 2025/2026 के लिए आय वृद्धि मजबूत बरकरार रहने का अनुमान है। उसने इंडियन होटल्स और लेमन ट्री पर अपनी ‘खरीदें’ रेटिंग बरकरार रखी है।
जेएम फाइनैंशियल रिसर्च ने भी इस क्षेत्र पर सकारात्मक नजरिया बरकरार रखा है। उसका अनुमान है कि घरेलू पर्यटन में लगातार वृद्धि, विदेशी पर्यटकों के आगमन में बढ़ोतरी, एमआईसीई (बैठकों, प्रोत्साहन, सम्मेलन और प्रदर्शनियों) में वृद्धि तथा कॉर्पोरेट यात्रा से वित्त वर्ष 2025 में प्रति कमरा राजस्व में दोहरे अंक की वृद्धि होगी। ऑक्यूपेंसी स्तर में 250-300 आधार अंक सुधार के साथ होटल कमरा दरें वित्त वर्ष 2025 में ऊंचे एक अंक में बढ़ने का अनुमान है।
इस क्षेत्र में जेएम फाइनैंशियल रिसर्च के पसंदीदा शेयरों में साम्ही, शैले और लेमन ट्री शामिल हैं। शेयरखान रिसर्च का मानना है कि होटल कंपनियां अगले तीन से चार साल में मजबूत प्रदर्शन करेंगी।