facebookmetapixel
Sudeep Pharma IPO: सब्सक्राइब करें या नहीं? पूरा रिव्यू 3 मिनट में!Bonus Stocks: अगले हफ्ते ये दो बड़ी कंपनियां निवेशकों को बांटेगी बोनस, पोर्टफोलियो में जुटेगें नए शेयरSIP निवेशक की गाइड: कब और कैसे करें निकासी; एक्सपर्ट से समझेंनए लेबर कोड के विरोध में ट्रेड यूनियनों ने देशभर में हड़ताल का ऐलान किया, कहा: ये मजदूरों के साथ धोखाStock Split: स्टेनलेस स्टील बनाने कंपनी करने जा रही है स्टॉक स्प्लिट, रिकॉर्ड डेट अगले हफ्तेByju के फाउंडर को अमेरिकी कोर्ट से बड़ा झटका: एक अरब डॉलर से ज्यादा चुकाने का दिया आदेशTerm Insurance Plans: 30 साल से कम उम्र वालों के लिए बेहतरीन टर्म इंश्योरेंस प्लान्स यहां देखेंयूके में PR के लिए अब 5 नहीं 10 साल का करना होगा इंतजार! जानें नए नियम$500 मिलियन का बड़ा दांव! TPG और Warburg सायरियन लैब्स में कर सकते हैं इन्वेस्टकौन थे विंग कमांडर Namansh Syal? जिनकी दुबई एयरशो के दौरान गई जान

सोने की कीमतें आसमान छू रही हैं, ब्रोकरेज का अनुमान – $4,900 प्रति औंस तक जाएगा भाव!

अमेरिका का शटडाउन, ग्लोबल राजनीतिक अस्थिरता और केंद्रीय बैंकों की खरीद ने सोने को रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचाया

Last Updated- October 07, 2025 | 12:28 PM IST
Gold Prices

सोना इस समय रिकॉर्ड स्तर के करीब पहुंच गया है और $4,000 प्रति औंस के पास कारोबार कर रहा है। इसका असर सिर्फ अंतरराष्ट्रीय बाजारों पर ही नहीं, बल्कि भारत में भी देखने को मिल रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि सोने की कीमत में यह तेजी और बढ़ सकती है।

अमेरिका में शटडाउन का असर

अमेरिका में सरकार का शटडाउन होने से वित्तीय अनिश्चितता बढ़ गई है। हाल ही में रिपब्लिकन नियंत्रित सीनेट ने 30 सितंबर तक जरूरी फंडिंग बिल पास नहीं किया। इसके कारण करीब 40% कर्मचारी, यानी लगभग 7.5 लाख लोग बिना वेतन के घर बैठे हैं। निवेशकों को जरूरी आर्थिक आंकड़े नहीं मिल रहे, जिससे लोग सुरक्षित निवेश यानी सोने की ओर बढ़ रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि इस महीने US फेडरल रिजर्व 25 बेसिस प्वाइंट की दर में कटौती कर सकता है, जिससे सोने को और मजबूती मिलेगी।

फ्रांस और जापान की राजनीतिक हलचल

फ्रांस में प्रधानमंत्री सेबेस्टियन लेकोर्नू ने अपने नए कैबिनेट की घोषणा के कुछ घंटे बाद ही इस्तीफा दे दिया। वहीं, जापान में सना टीकाइची के प्रधानमंत्री बनने की संभावना ने भी वैश्विक बाजार में हलचल पैदा कर दी है। राजनीतिक और आर्थिक अस्थिरता के कारण निवेशक सुरक्षित निवेश यानी सोने की ओर खिंच रहे हैं।

वैश्विक निवेश और सोने की तेजी

इस साल सोने की कीमत में लगभग 50% की बढ़त देखी गई है। इसका मुख्य कारण है केंद्रीय बैंकों की खरीद, ETF में निवेश की तेजी और डॉलर में कमजोरी। Goldman Sachs ने दिसंबर 2026 के लिए सोने की नई भविष्यवाणी $4,900 प्रति औंस की की है, पहले यह $4,300 थी। विशेषज्ञों का कहना है कि ETF निवेश और केंद्रीय बैंक की खरीद सोने की कीमत को और ऊपर ले जा सकती है।

चीन के सोने के भंडार

चीन के केंद्रीय बैंक ने लगातार 11वें महीने सोना खरीदा। सितंबर के अंत तक चीन के सोने के भंडार 74.06 मिलियन औंस हो गए, जो अगस्त के 74.02 मिलियन औंस से ज्यादा है। यह दिखाता है कि बड़े निवेशक सुरक्षित निवेश के लिए सोने की ओर रुख कर रहे हैं।

भारत में सोने का भाव

भारत में सोने का भाव $3,960 प्रति औंस के आसपास था। वैश्विक रुझान और निवेश की बढ़ती मांग के चलते भारतीय बाजार में भी कीमतें बढ़ रही हैं।

First Published - October 7, 2025 | 12:03 PM IST

संबंधित पोस्ट