विश्लेषकों का कहना है कि डाउ जोन्स सूचकांक में ऊंची रैकिंग अथवा इसके किसी विश्व सूचकांक में शामिल होने से भी कंपनी का आकर्षण संस्थागत निवेशकों के लिए बढ़ सकता है। हालांकि कंपनियों की आकस्मिक देनदारी भी एक महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
हाल में डाउ जोन्स सूचकांक में शामिल घरेलू धातु एवं बुनियादी ढांचा क्षेत्र की कई कंपनियों ने वैश्विक बाजार में अपनी दमदार पहचान बनाने का मार्ग प्रशस्त किया है। इनमें गौतम अदाणी के नेतृत्व वाली कंपनी अदानी पोट्र्स, आदित्य बिड़ला समूह की प्रमुख कंपनी हिंडाल्को इंडस्ट्रीज, अनिल अग्रवाल के नेतृत्व वाली कंपनी वेदांत और हिंदुस्तान जिंक शामिल हैं। इन कंपनियों ने डाउ जोन्स सूचकांक पर आकर्षक रैंकिंग हासिल की हैं।
एक उद्योग विशेषज्ञ ने अपनी पहचान जाहिर न करने की शर्त पर कहा, डाउ जोन्स पर वैश्विक संस्थागत निवेशक समुदाय करीबी नजर रखता है और इसलिए इसकी मान्यता कंपनियों के लिए काफी मायने रखती है। डाउ जोन्स सस्टेनेबिलिटी इंडेक्स फ्लोट-एडजस्टेड बाजार पूंजीकरण भारित सूचकांक है जो ईएसजी (पर्यावरण, सामाजिक, प्रशासन) मानदंडों के साथ चयनित कंपनियों के प्रदर्शन को मापतता है। डाउ जोन्स सस्टेनेबिलिटी इंडेक्स के दस्तावेज में इसका उल्लेख किया गया है। डाउ जोन्स सस्टेनेबिलिटी इमर्जिंग मार्केट्स इंडेक्स ने अदाणी पोट्र्स ऐंड स्पेशल इकनॉमिक जोन (एपीएसईजेड) को वैश्विक परिवहन एवं परिवहन बुनियादी ढांचा क्षेत्र में 14वें पायदान पर रखा है। यह इस सूचकांक में शामिल होने वाली अपने क्षेत्र की एकमात्र भारतीय कंपनी है।