भारतीय चिकित्सा प्रौद्योगिकी संघ (एमटीएआई) ने बजट-2023 से पहले सरकार से आयातित चिकित्सा उपकरणों से सीमा शुल्क घटाने और स्वास्थ्य उपकर हटाने का आग्रह किया है।
चिकित्सा प्रौद्योगिकी कंपनियों का प्रतिनिधित्व करने वाले एमटीएआई ने पिछले साल सरकार द्वारा किए गए विभिन्न सुधारों की सराहना की। हालांकि, इसके साथ ही उसने कहा कि अभी बहुत कुछ करना बाकी है क्योंकि 80 प्रतिशत चिकित्सा उपकरण आयात किए जाते हैं।
एमटीएआई के चेयरमैन और महानिदेशक पवन चौधरी ने कहा कि भारत में चिकित्सा उपकरणों पर लगने वाला सीमा शुल्क और कर पड़ोसी देशों के साथ-साथ पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा है।
इसका सीधा असर मरीज पर पड़ता है। चौधरी ने कहा, ‘‘बजट 2023 की तैयारियां चल रही हैं तो हम चिकित्सा उपकरणों पर लगने वाले सीमा शुल्क और करों में संशोधन की उम्मीद करते हैं।’’