भारतीय मजदूर संघ (बीएमएस) ने आज घोषणा की है कि वह सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (पीएसयू) को बेचने के सरकार के फैसले के खिलाफ एक सप्ताह तक प्रदर्शन करेगा।
यह विरोध प्रदर्शन ‘सरकार जगाओ’ सप्ताह के हिस्से के रूप में 24 जुलाई से 30 जुलाई के बीच होगा। भारतीय मजदूर संघ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ा मजदूर संगठन है, जो सत्तासीन भारतीय जनता पार्टी का भी वैचारिक मूल संगठन है।
बीएमएस ने कहा कि उसने 5 ज्वलंत मसलों को चिह्नित किया है, जिसका समाधान सरकार को करने की जरूरत है। इन मसलों में असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों खासकर विस्थापित श्रमिकों की समस्याएं, वेतन भुगतान न होना, बड़े पैमाने पर नौकरियां जाना, श्रम कानून निलंबित करना, कई राज्यों द्वारा काम के घंटे बढ़ाना और पीएसयू बेचकर निजीकरण को बढ़ावा देना, रक्षा और रेल उत्पादन इकाइयों का कॉर्पोरेटीकरण शामिल है। बीएमएस के महासचिव वृजेश उपाध्याय ने कहा कि राज्य की राजधानियों, जिला मुख्यालयों और तहसील स्तर के साथ बड़े औद्योगिक इलाकों में सेक्टरवार प्रदर्शन होंगे।