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मल्टीप्लेक्स के लिए अनलॉक 5 अहम

Last Updated- December 14, 2022 | 11:15 PM IST

केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर लॉकडाउन में और अधिक छूट देने की घोषणा किए जाने से सबसे अधिक राहत मल्टीप्लेक्स ऑपरेटरों और होटल कारोबारियों को होगा। नए दिशानिर्देश (अनलॉक 5.0) 15 अक्टूबर से लागू होंगे। इसके तहत सिनेमा घरों, मनोरंजन पार्कों और बिजनेस टु बिजनेस प्रदर्शनियों को खोलने की अनुमति दी गई है।
हालांकि कंटेनमेंट जोन में लॉकडाउन को 31 अक्टूबर तक बढ़ा दिया गया है लेकिन सामाजिक, खेल एवं मनोरंजन संबंधी समारोहों पर प्रतिबंध हटा लिया गया है। महाराष्ट्र सरकार ने भी होटल और रेस्तरां को 50 प्रतिशत क्षमता के साथ खोलने की अनुमति दी है।
अधिकतर विश्लेषकों का मानना है कि पांचवे चरण के अनलॉक से सबसे अधिक मल्टीप्लेक्स जैसे क्षेत्रों को राहत मिलेगी जो लगातार सात महीने तक बंद रहने के बाद खुलेगा।
स्वतंत्र विश्लेषक अंबरीश बालिगा का मानना है कि इससे होटल और मनोरंजन क्षेत्रों को फायदा होगा लेकिन कमरों/सीटों का भराव (ऑक्यूपेसी) कोविड पूर्व स्तर पर जल्द आने की उम्मीद नहीं है। उन्होंने उम्मीद जताई कि भराव दर कोविड पूर्व स्तर के मुकाबले 50 से 60 फीसदी तक हो सकता है जिसमें मल्टीप्लेक्स के मुकाबले होटल की स्थिति बेहतर रहेगी। उन्होंने कहा कि कारोबारी यात्राओं के कारण होटल में कमरों के अधिक भराव होगा जबकि मौजमस्ती के लिए यात्रा में धीरे-धीरे सुधार होगा।
अन्य विश्लेषकों का भी मानना है कि पांचवे चरण के अनलॉक से भराव में धीरे-धीरे सुधार होगा क्योंकि कोविड संक्रमण का डर दूर होने में वक्त लगेगा।
रिलायंस सिक्योरिटीज के सुयोग कुलकर्णी ने कहा, ‘सीमित क्षमता के साथ सिनेमाघरों और होटलों को खोलनेसे बड़ी राहत मिलेगी क्योंकि इससे राजस्व सृजन की प्रक्रिया शुरू होगी जो पिछले कई महीनों से रुकी हुई थी।’
मल्टीप्लेक्स उद्योग में न नफा न नुकसान के लिए सीटों का भराव स्तर 20 से 30 फीसदी है जबकि आतिथ्य सेवा क्षेत्र के लिए यह आंकड़ा अलग हो सकता है जो इस बात पर निर्भर करेगा कि होटल या रेस्तरां किस क्षेत्र को अपनी सेवाएं उपलब्ध कराता है। भारतीय होटलों ने संकेत दिए हैं कि उनके लिए न नफा न नुकसान का स्तर 40 फीसदी है जबकि फूड ऐंड बेवरिजेस इकाइयां 100 फीसदी क्षमता पर परिचालन कर रही हों।
मल्टीप्लेक्स क्षेत्र के लिए सबसे बड़ी राहत की बात बड़ी बजट की फिल्मों की रिलीज होने की तैयारी है जिससे मांग बढ़ सकती है। इसके अलावा सुरक्षा संबंधी उपायों के लिए मल्टीप्लेक्स शृंखलाओं द्वारा बनाई गई धारणा भी एक प्रमुख कारक होगी।
आतिथ्य सेवा क्षेत्र के लिए वित्त वर्ष 2021 की दूसरी छमाही लोगों के ठहरने के लिए अभिनव मॉडलों और शादी-ब्याह के सीजन से मांग को रफ्तार मिलेगी।
हालांकि कुछ अन्य विश्लेषकों ने इसमें आशंका जताई। इक्विनॉमिक्स रिसर्च ऐंड एडवाइजरी के जी चोकालिंगम ने कहा, ‘मुझे नहीं लगता है कि अनलॉक के दिशानिर्देशों से भराव में कोई उल्लेखनीय सुधार होगा क्योंकि अधिकतर लोग अभी जोखिम नहीं उठाना चाहेंगे। सबसे अच्छी स्थिति में भी भराव कोविड पूर्व स्तर के मुकाबले 30 से 40 फीसदी के दायरे में हो सकता है।’
विश्लेषकों ने मल्टीप्लेक्स में चारों ओर से एक बंद वातावरण में सिनेमा देखने को लेकर चिंता जताई। उन्होंने यह भी कहा कि मल्टीप्लेक्स शृंखलाओं की ढांचागत समस्याओं के कारण भी ओवर द टॉप ऐप्लिकेशन की लोकप्रियता बढ़ी खासकर लॉकडाउन के दौरान। हालांकि संबंधित क्षेत्र में बाजार की अग्रणी कंपनियों के शेयरों में उल्लेखनीय तेजी दिखी। यह तेजी इस उम्मीद में दर्ज की गई कि इस वैश्विक महामारी के कारण बड़ी कंपनियों को अपनी बाजार हिस्सेदारी बढ़ाने में मदद मिलेगी लेकिन लाभ के मोर्चे पर अनिश्चितता बरकरार है।
इसलिए निवेशकों को इन दो क्षेत्रों के शेयरों को लेकर सतर्क रहना चाहिए और उन्हें रसायन, औषधि और आईटी जैसे क्षेत्रों की ऋण मुक्त एवं नकदी संपन्न कंपनियों में निवेश करना चाहिए।

First Published - October 2, 2020 | 11:23 PM IST

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