facebookmetapixel
भारत में उत्पाद मानकों की जटिलता: बीआईएस मॉडल में बदलाव की जरूरतGST दरें कम होने से इलेक्ट्रॉनिक्स स्टोर्स में ग्राहकों की बढ़ी भीड़, बिक्री में तेज उछाल की उम्मीदनवरात्र की शुरुआत के साथ कार शोरूम में बढ़ी रौनक, फेस्टिव सीजन में बिक्री का नया रिकॉर्ड संभवआईटी कंपनियां H-1B वीजा पर कम करेंगी निर्भरता, भारत में काम शिफ्ट करने की तैयारीH-1B वीजा फीस का असर: IT शेयरों में 6 महीने की सबसे बड़ी गिरावट, निवेशकों के ₹85,000 करोड़ डूबेबैलेंस्ड एडवांटेज फंड्स ने इक्विटी में बढ़ाया निवेश, 1 साल में 42% से बढ़कर 55% तक पहुंचा एक्सपोजरऐक्सिस फ्रंट-रनिंग मामला: SAT ने SEBI को और दस्तावेज साझा करने के दिए निर्देशकल्याणी इन्वेस्टमेंट ने IIAS की मतदान सलाह का विरोध किया, कहा- अमित कल्याणी पर विवाद लागू नहींब्रोकरों की तकनीकी गड़बड़ियों से निपटने के नियमों में होगा बदलाव, ‘टेक्नीकल ग्लिच’ का घटेगा दायराH-1B वीजा फीस से टूटा शेयर बाजार: आईटी शेयरों ने सेंसेक्स और निफ्टी को नीचे खींचा

महंगाई के बावजूद धनतेरस पर सोना-चांदी की जोरदार खरीदारी, देशभर में ₹60 हजार करोड़ का कारोबार

एक अनुमान के अनुसार दिवाली से जुड़े चीनी सामानों की बिक्री अब न होने से चीन को लगभग 1 लाख 25 हज़ार करोड़ रुपये के व्यापार की चपत लगी है।

Last Updated- October 29, 2024 | 7:36 PM IST
Gold Silver Price

सोना-चांदी की ऊंची कीमत होने के बावजूद धनतेरस के दिन जमकर बिक्री हुई। रत्न एवं आभूषण की दुकानों, शोरूम में ग्राहकों की उमड़ी भीड़ ने ज्वैलर्स के चेहरे पर दिवाली की मुस्कान भर दी।

पिछले धनतेरस की अपेक्षा इस बार सोने की कीमत 30 फीसदी और चांदी का भाव करीब 38 फीसदी अधिक है। इसके बावजूद आभूषण कारोबारियों को उम्मीद है कि इस बार बिक्री पिछले साल की अपेक्षा अधिक रहने वाली है। धनतेरस पर कुल 60 हजार करोड़ रुपये के व्यापार होने का अनुमान है।

पिछले साल धनतेरस (10 नवंबर 2023 ) के दिन सोना 60 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम और चांदी 70400 रुपये प्रति किलोग्राम थी जोकि इस बार बढ़कर सोना 78530 रुपये और चांदी 97238 रुपये पहुंच गई। पिछले एक साल घरेलू बाजार में सोना 30.9 फीसदी और चांदी 38.1 फीसदी महंगी हुई है जबकि वैश्विक बाजार में पिछले एक साल में सोना 41.8 फीसदी और चांदी 53.3 फीसदी महंगा हुआ है। महंगाई की वजह से आभूषण कारोबारियों को डर था कि इस बार वजन के हिसाब से बिक्री कम होगा।

अखिल भारतीय रत्न एवं आभूषण घरेलू परिषद के चेयरमैन संयम मेहरा ने कहा कि सुबह के समय बिक्री ग्राहकों की संख्या कम थी लेकिन इसके बाद तेजी से संख्या बढ़ी। सोने की ऊंची कीमतों के हिसाब से बिक्री प्रभावित होगी। इस धनतेरस पर कारोबार पिछले साल की तुलना में पांच प्रतिशत कम या पिछले साल के बराबर रहने का अनुमान है। उन्होंने कहा कि हमें इस धनतेरस पर 20 टन बिक्री की उम्मीद है, जो पिछले साल के बराबर है। हालांकि, सोने की ऊंची कीमतों से बिक्री प्रभावित हो सकती है।

धनतेरस ने महंगाई को दी पटखनी

धनतेरस पर सोना-चांदी खरीदना शुभ माना जाता है। शुभता के इस प्रतीक ने महंगाई को पटखनी दे दी। मुंबई ज्वैलर्स एसोसिएशन के सचिव कुमार जैन कहते हैं कि शोरूम में ग्राहकों की सुबह से भीड़ है। पिछले साल 20 टन सोने की बिक्री हुई थी जबकि इस बार यह आंकड़ा 30 टन को भी पार कर सकता है। धनतेरस पर देश भर में लगभग 20 हज़ार करोड़ का सोना और लगभग 2500 करोड़ की चांदी खरीदी गई।

ऑल इंडिया ज्वैलर्स एंड गोल्डस्मिथ फेडरेशन (AIJGF) के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज अरोड़ा ने बताया कि धनतेरस पर पूरे देश में सोने और चांदी की जबरदस्त बिक्री हुई है। इस वर्ष धनतेरस पर सोने और चांदी की बिक्री में वृद्धि हुई है। देश में लगभग चार लाख छोटे और बड़े ज्वेलर्स काम करते हैं।

भारतीय मानक ब्यूरो में 2 लाख ज्वेलर्स पंजीकृत हैं जिन्होंने आज लगभग 25 टन सोने की बिक्री की जिसका मूल्य 20 हज़ार करोड़ रुपये तथा इसी तरह देशभर में 250 टन चांदी बिक्री हुई, जिसकी कीमत लगभग 2,500 करोड़ रुपये है।

कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के मुताबिक धनतेरस के मौके पर देश भर में लगभग 60 हज़ार करोड़ रुपये के रिटेल व्यापार का अनुमान है। वहीं दूसरी तरफ़ इस दिवाली पर वोकल फॉर लोकल का दर्शन पूरी तरह बाजारों में दिख रहा है क्योंकि लगभग सारी खरीदारी भारतीय सामानों की ही हो रही है।

चीन को 1 लाख 25 हज़ार करोड़ रुपये का नुकसान

एक अनुमान के अनुसार दिवाली से जुड़े चीनी सामानों की बिक्री अब न होने से चीन को लगभग 1 लाख 25 हज़ार करोड़ रुपये के व्यापार की चपत लगी है। धनतेरस के दिन नई वस्तु खरीदना शुभ माना जाता है। इस दिन ख़ास तौर पर सोना चांदी के आभूषण तथा अन्य वस्तुएँ, सभी प्रकार के बर्तन, रसोई का सामान ,वाहन, कपड़े एवं रेडीमेड गारमेंट, इलेक्ट्रॉनिक्स, बिजली का सामान एवं उपकरण, व्यापार करने के उपकरण जैसे कंप्यूटर एवं कंप्यूटर से जुड़े उपकरण, मोबाइल ,बही खाते, फर्नीचर, एकाउंटिंग का अन्य सामान आदि विशेष रूप से खरीदे जाते हैं।

कमोडिटी जानकारों का कहना है कि वैश्विक अनिश्चितताओं तथा भू-राजनीतिक स्थितियों के बीच सोने की चमक कायम है, जबकि चांदी एक किफायती विकल्प के रूप में लोकप्रिय बनी है। जो आने वाले दिनों में और भी चमकेगी। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड (एमओएफएसएल) ने हालांकि अनुमान लगाया गया कि चांदी की कीमतें संभावित रूप से सोने से आगे निकल सकती हैं।

एमओएफएसएल का अनुमान है कि औद्योगिक मांग तथा सुरक्षित निवेश के लिए खरीदारी के कारण 12-15 महीने के भीतर एमसीएक्स पर चांदी 1,25,000 रुपये तक पहुंच सकती है। वहीं सोना क्रमशः 81,000 से 86,000 रुपये तक पहुंचने का अनुमान है।

First Published - October 29, 2024 | 7:01 PM IST

संबंधित पोस्ट