facebookmetapixel
अमेरिकी टैरिफ के चलते भारतीय निर्यातकों ने दूसरे बाजारों की ओर किया रुख, 6 महीनों में 24 देशों से बढ़ा निर्यात200% का तगड़ा डिविडेंड! सीमेंट बनाने वाली कंपनी का निवेशकों को तोहफा, रिकॉर्ड डेट अगले हफ्तेGold Outlook: दिवाली वीक में सोना महंगा होगा या सस्ता? जानें कैसी रहेगी चालएमिरेट्स NBD के 3 अरब डॉलर के निवेश से RBL बैंक को बड़े बैंकों की लीग में मिलेगी एंट्री!India vs Australia 1st ODI: ऑस्ट्रेलिया ने पहले वनडे में भारत को सात विकेट से हराया; रोहित, कोहली ने वापसी पर किया निराशBihar Elections 2025: पीएम मोदी 24 अक्टूबर को चुनावी रण में उतरेंगे, पहली रैली समस्तीपुर मेंसामान्य पटाखे से लेकर हरित पटाखे तक: कैसे नियमों ने इस उद्योग की आपूर्ति श्रृंखला को पूरी तरह बदल दिया है?Upcoming NFO: दिवाली पर डबल धमाका! दो नई स्कीमें लॉन्च को तैयार, ₹100 से निवेश का सुनहरा मौकादिवाली सीजन में मचा फूड डिलीवरी का धमाल! Swiggy और Magicpin पर ऑर्डर्स ने तोड़े रिकॉर्डहेल्थ इंश्योरेंस रिन्यूअल में देरी घाटे का सौदा! एक्सपर्ट से समझें इससे क्या-क्या हो सकता है नुकसान

In Parliament: क्या Dream11 जैसे रियल-मनी गेमिंग प्लेटफॉर्म बंद होंगे? लोकसभा में पेश हुआ Online Gaming Bill

लोकसभा में पेश हुआ बिल, पैसे वाले गेम्स और उनके विज्ञापनों पर लगेगा प्रतिबंध! ईस्पोर्ट्स और सोशल गेम्स को मिलेगा समर्थन

Last Updated- August 20, 2025 | 3:46 PM IST
Railway Board will get full powers, 31 members nominated to consider Waqf Amendment Bill रेलवे बोर्ड को मिलेंगे पूर्ण अधिकार, वक्फ संशोधन विधेयक पर विचार के लिए 31 सदस्य नामित

भारत का डिजिटल गेमिंग सेक्टर पहले बहुत तेजी से बढ़ रहा था, लेकिन अब एक बड़े बदलाव की कगार पर है। बुधवार, 20 अगस्त 2025 को लोकसभा में ऑनलाइन गेमिंग बिल पेश किया गया। यह बिल ऑनलाइन गेमिंग को कंट्रोल करने और कुछ गेम्स पर रोक लगाने के लिए बनाया गया है।

केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बिल पेश किया। बिल के अनुसार पैसे वाले ऑनलाइन गेम्स और उनके विज्ञापन पर रोक लगेगी। अगर कोई नियम तोड़ेगा तो जेल या जुर्माना, या दोनों हो सकते हैं। बिल में रियल-मनी गेम्स को ईस्पोर्ट्स और ऑनलाइन सोशल गेम्स से अलग किया गया है। इसके साथ ही बिल में ईस्पोर्ट्स और सोशल गेम्स को बढ़ावा देने की भी बात कही गई है।

बिल में क्या है

इस बिल का उद्देश्य ऑनलाइन गेमिंग को नियंत्रित करना और अवैध सट्टेबाजी को रोकना है। कुछ समय पहले इन प्लेटफॉर्म्स से जुड़ी धोखाधड़ी और गलत प्रचार के मामले सामने आए थे। अगर यह बिल पास हो जाता है तो पैसे वाले सभी ऑनलाइन गेम्स बंद हो सकते हैं। इसके अलावा इन प्लेटफॉर्म्स के विज्ञापन पर रोक लगेगी और बैंक इन प्लेटफॉर्म्स के लेन-देन को रोक देंगे। नियम तोड़ने वालों को जेल और जुर्माना भी हो सकता है।

रियल-मनी गेमिंग पर असर

भारत की ऑनलाइन गेमिंग इंडस्ट्री आज $3.7 बिलियन की है और 2029 तक यह बढ़कर $9.1 बिलियन तक पहुंच सकती है। इंडस्ट्री का लगभग 86% हिस्सा रियल-मनी गेम्स से आता है। इस बिल के लागू होने पर यह मुख्य आय का स्रोत बंद हो सकता है। इंडस्ट्री का कुल मूल्य लगभग ₹2 लाख करोड़ है, जिसमें सालाना ₹31,000 करोड़ का राजस्व और ₹20,000 करोड़ का टैक्स शामिल है। इस इंडस्ट्री की वृद्धि दर लगभग 20% थी, लेकिन अब भविष्य अनिश्चित हो गया है।

कुल मिलाकर, ऑनलाइन गेमिंग बिल भारत के डिजिटल गेमिंग इंडस्ट्री को पूरी तरह बदल सकता है। एक तरफ ईस्पोर्ट्स को नई पहचान और संरचना मिलने का मौका है, वहीं दूसरी तरफ रियल-मनी गेमिंग सेक्टर संकट में है। अरबों रुपये के मार्केट, नौकरियों और टैक्स योगदान के साथ यह बिल आने वाले हफ्तों में तय करेगा कि इंडस्ट्री विकास के रास्ते पर बढ़ेगी या पाबंदी के कारण टूट जाएगी।

First Published - August 20, 2025 | 3:31 PM IST

संबंधित पोस्ट