अगर केंद्रीय गृह मंत्रालय सिनेमाघरों के भीतर बैठने वाले दर्शकों की तादाद बढ़ाने का फैसला करता है तब हिंदी सिनेमा प्रेमियों का इंतजार खत्म हो सकता है। बुधवार को गृह मंत्रालय ने कहा कि वह सिनेमा हॉल में ज्यादा लोगों को बैठने की अनुमति देगा और इससे जुड़े संशोधित दिशानिर्देश जल्द ही जारी किए जाएंगे। फिलहाल सिनेमाघरों के भीतर शारीरिक दूरी के मानदंडों के अनुरूप 50 फीसदी दर्शकों के ही जाने की अनुमति दी गई है। हालांकि देश में कोविड-19 संक्रमण की दर कम हो रही है और टीका लगाने के अभियान में भी प्रगति देखी जा रही है। ऐसे में मल्टीप्लेक्स परिचालकों का कहना है कि सिनेमा हॉल में ज्यादा लोगों को बैठाया जा सकता है।
कार्निवल सिनेमाज के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (परिचालन) कुणाल साहनी ने कहा, ‘अर्थव्यवस्था अब पूरी तरह से खुल चुकी है और चीजें धीरे-धीरे सामान्य हो रही हैं। इसे देखते हुए मुझे लगता है कि सिनेमाघरों में आने वाले दर्शकों की तादाद पर तय की गई सीमा हटाई जा सकती है। हालांकि गृह मंत्रालय ने अभी तक दर्शकों की संशोधित तादाद का स्तर तय नहीं किया है। लेकिन हम उम्मीद कर रहे हैं कि यह तादाद 75 फीसदी हो सकती है।’ गृह मंत्रालय द्वारा संशोधित दिशानिर्देश अगले दो दिनों में आ सकते हैं जिसके बाद राज्य सरकारें सिनेमाघरों के लिए नई मानक परिचालन प्रक्रियाएं जारी करेंगी। नए दिशानिर्देश फरवरी से प्रभावी होंगे जिसका अर्थ यह है कि अगर केंद्र और राज्य सहज हैं तो मार्च से बैठने की क्षमता 100 फीसदी तक बढ़ाई जा सकती है। सिनेमाघर उद्योग के सूत्रों का कहना है कि राजस्थान और झारखंड में अब तक सिनेमाघर बंद हैं और इनके अगले महीने फिर से खुलने की संभावना है। बॉलीवुड के लिए यह अच्छी खबर है क्योंकि बड़े बजट की फिल्मों के रिलीज होने पर दर्शकों के आने की उम्मीद बनी रहेगी जो कारोबार के लिए अहम हैं। एक फिल्म की कमाई का 40 फीसदी हिस्सा बॉक्स ऑफिस से आता है जो दर्शकों की तादाद और टिकट की कीमत पर निर्भर होता है। जो फिल्में मार्च अप्रैल तक रिलीज हो सकती हैं उनमें अक्षय कुमार अभिनीत फि ल्म ‘सूर्यवंशी’ और रणवीर सिंह और दीपिका पडुकोणे अभिनीत फिल्म ’83’ शामिल हैं।
सिनेपोलिस इंडिया के मुख्य कार्याधिकारी देवांग संपत ने कहा, ‘अच्छी फि ल्मों की मांग बहुत है। हिंदी में 30 फिल्में ऐसी हैं जो रिलीज के लिए तैयार हैं क्योंकि वे कोविड-19 महामारी के कारण लॉन्च नहीं की जा सकीं थीं। ऐसे में 2021 से बॉलीवुड और फि ल्म कारोबार में सुधार देखा जा सकता है।’
सिनेमाघरों को फिर से खोलने के बाद दर्शकों की तादाद में 50 फीसदी की सीमा के बावजूद क्षेत्रीय फिल्मों के प्रति सकारात्मक प्रतिक्रिया देखने को मिली।