भारत में कुछ महीनों से लोगों के वॉट्सऐप नंबर पर भर-भरकर स्पैम कॉल और मैसेज आ रहे हैं। पिछले दिनों जब सरकार को इसकी जानकारी लगी तो उन्होंने इस पर संज्ञान लिया और इस बारे में वॉट्सऐप को अवगत कराया। अब इन्हीं सबके बीच एक अच्छी खबर आई है। केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि वॉट्सऐप ने इस संबंध में कदम उठाने की हामी भर दी है।
उन्होंने कहा कि अगर किसी नंबर का फेक कनेक्शन पाया जाता है, तो उसे तुरंत प्रभाव से ऐप द्वारा डीरजिस्टर कर दिया जाएगा।
वैष्णव ने एक प्रश्न का उत्तर देते हुए कहा, “हम व्हाट्सएप के साथ सक्रिय रूप से जुड़े हुए हैं और वे इस बात पर सहमत हुए हैं कि हां, ग्राहक सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण है, और वे उन उपयोगकर्ताओं को डीरजिस्टर करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं, जिन्हें फ्रॉड यूजर्स के रूप में डिटेक्ट किया गया है।”
केंद्रीय मंत्री एक कस्टमर फेसिंग सेक्टोरल रिफॉर्म के शुभारंभ पर बोल रहे थे। फ्रॉड यूजर्स को हटाने के लिए केंद्र अन्य मैसेजिंग सेवाओं जैसे टेलीग्राम के साथ भी बातचीत कर रहा है।
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पिछले हफ्ते, आईटी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा था कि उनका मंत्रालय अज्ञात अंतरराष्ट्रीय नंबरों से स्पैम कॉल के मुद्दे पर व्हाट्सएप को नोटिस भेजेगा। देश में कई व्हाट्सएप यूजर्स ने सोशल मीडिया पर शिकायत की है कि ये स्पैम कॉल ज्यादातर इंडोनेशिया (+62), वियतनाम (+84), मलेशिया (+60), केन्या (+254) और इथियोपिया (+251) जैसे देशों के कंट्री कोड से आ रहे हैं।
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हालांकि, भारत में फ्रॉड कॉल्स की बढ़ती संख्या पर प्रतिक्रिया देते हुए, वॉट्सऐप ने भी पिछले हफ्ते घोषणा की कि उसने नई आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और मशीन लर्निंग (एमएल) सिस्टम लागू किया है जो इस तरह की कॉल्स को कम से कम 50 प्रतिशत कम कर देगा।
आप इस तरह की कॉल्स या मैसेज का जवाब बिल्कुल न दें क्योंकि यह एक बड़ा घोटाला है। जहां ये लोग यूजर्स को पैसे कमाने के वादे के साथ लुभाते हैं और फिर उनसे लाखों ठग लेते हैं।