दिल्ली के वसंत कुंज इलाके में एक 75 वर्षीय बुजुर्ग से साइबर अपराधियों ने यौन उत्पीड़न के नाम पर उगाही (सेक्सटॉर्शन) कर 7.34 लाख रुपये हड़प लिए। उनमें से एक ने खुद को दिल्ली पुलिस का पूर्व आयुक्त राकेश अस्थाना बताया था।
साइबर अपराधियों ने के. एन जोशी नामक बुजुर्ग व्यक्ति को अश्लील वीडियो चैट के जरिए जाल में फंसाया और फिर उनसे पैसे ऐंठे। जोशी ने दिल्ली पुलिस में की गई अपनी शिकायत में कहा कि 15 जनवरी को उन्हें अंजलि शर्मा नामक महिला का एक संदेश मिला। महिला ने उन्हें ‘‘हैलो’’ कहा था।
बुजुर्ग व्यक्ति ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि महिला ने इसके बाद वीडियो कॉल करने के लिए कहा,जिसमें वह निर्वस्त्र थी और ‘‘कुछ ही मिनट में कॉल समाप्त हो गई।’’ शिकायत में कहा गया कि दो दिन बाद 17 जनवरी को महिला ने फर्जी अश्लील वीडियो उसे भेजा और धमकी दी कि यदि उसने 61,000 रुपये उसे नहीं दिए तो वह वीडियो को सोशल मीडिया पर सार्वजनिक कर देगी।
इसके बाद जोशी ने उस नंबर को तत्काल ब्लॉक कर दिया। जोशी ने पुलिस को बताया कि 25 जनवरी को उन्हें अज्ञात नंबर से फोन आया,जिसे वह नहीं उठा पाए। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने उस नंबर पर फोन किया तो उधर से एक व्यक्ति ने कहा कि वह दिल्ली के पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना बोल रहे हैं। मुझे अंजलि के साथ वीडियो कॉल की जानकारी मिली है।’’
जोशी ने कहा कि उक्त व्यक्ति ने पूछा कि क्या तुमने अंजलि से संपर्क किया है। पीड़ित व्यक्ति ने कहा,‘‘मैंने कहा कि मैं उससे कभी नहीं मिला। उसने कहा कि अंजलि मादक पदार्थ तस्कर है और उसका वास्तविक नाम नेहा है। साथ ही व्यक्ति ने प्राथमिकी की एक प्रति मेरे साथ साझा की। उन्होंने कहा कि वीडियो यूट्यूब पर सार्वजनिक हो गया है और मुझे ध्यानेश्वर बाजीराव का नंबर दिया।’’
जोशी ने बताया कि उन्होंने बाजीराव से संपर्क किया और उन्होंने वीडियो हटाने के लिए जोशी से 21,500 तथा 43,000 रुपये मांगे। साथ ही वादा किया कि पैसे उन्हें वापस मिल जाएंगे। जोशी ने कहा कि इससे उन्हें थोड़ा भरोसा हुआ कि वे असली पुलिस वाले हैं । उन्हें एक ईमेल भी मिला जिसमें लिखा था कि वीडियो हटा दिया गया है।
पीड़ित ने बताया कि खुद को अस्थाना बताने वाले व्यक्ति और उसके गुट ने अधिक से अधिक धन वसूलने के लिए अंजलि को लेकर अजीबो गरीब कहानियां सुनाईं । जोशी के अनुसार उसे एक व्यक्ति अजय कुमार घागट से मिलवाया गया और बताया गया कि वह एसीपी है और जोशी को उन्हें ‘‘चाय पानी’’के लिए दो लाख रुपये देने चाहिए। अपनी शिकायत में जोशी ने विस्तार से बताया कि किस प्रकार से अपराधियों ने गुट ने उसे डरा धमका कर उससे सात लाख से अधिक रुपये वसूल लिए। जांच में शामिल एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि जोशी ने तीन अलग-अलग तारीख में कुल 7,34,500 रूपये दिए।
उन्होंने बताया कि पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। अस्थाना जुलाई 2022 को दिल्ली पुलिस आयुक्त पद से सेवानिवृत्त हुए थे।