लखनऊ के गोमतीनगर इलाके में रविवार की सुबह सार्वजनिक क्षेत्र के इंडियन बैंक के बाहर भीड़ उमड़ पड़ी। टेलीविजन को अपने कमरों में छोड़कर लोग कड़ी धूप में बैठकर एक बड़े स्क्रीन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उत्सुकतापूर्वक देख रहे थे, जब उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से देश भर की 75 डिजिटल बैंकिंग इकाइयों को देश को समर्पित किया।
इस पहल के साथ उत्तर प्रदेश और देश के अन्य राज्य बढ़ी हुई डिजिटल बैंकिंग क्षेत्र में प्रवेश कर गए। उत्तर प्रदेश के हिस्से में 75 में से 4 डीबीयू आए, जो लखनऊ, कानपुर देहात, वाराणसी और झांसी जिलों में हैं। सार्वजनिक क्षेत्र के विभिन्न वाणिज्यिक बैंक यह सेवा प्रदान करेंगे। राजधानी के गोमतीनगर मोहल्ले के विजय खंड ब्लॉक में स्थित डिजिटल बैंकिंग इकाई का संचालन इंडियन बैंक करेगा।
यहां बचत खाता खोलने, बैलेंस जांचने, पासबुक छापने, फंड ट्रांसफर, सावधि जमा, कर्ज के लिए आवेजन, भुगतान रोकने की सुविधा, क्रेडिट और डेविट कार्ड के लिए आवेदन, करों व बिल के भुगतान सहित तमाम डिजिटल बैंकिंग सुविधाएं मिलेंगी।
कॉलेज के एक विद्यार्थी अभिषेक सिंह ने कहा कि डीबीयू चौबीस घंटे और पूरे साल चलेंगे, जिससे बाधारहित बैंकिंग सुविधा मिल सकेगी और इसमें वक्त खराब नहीं होगा। इसी तरह से एक गृहिणी सीमा ने भी अपने नजदीक के इस बैंक को लेकर अपनी राय दी।
इंडियन बैंक के कार्यकारी निदेशक अमरान अमीन सिद्दीकी ने कहा कि बैंक ने अपने बेहतरीन कर्मचारियों को इस शाखा में नियुक्त किया है, जो डीबीयू सेवाएं लेने को इच्छुक लोगों को किसी भी तरह की सुविधाएं मुहैया कराएंगे। लखनऊ में डीबीयू के उद्घाटन कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी शामिल हुए। इस दौरान बड़ी संख्या में आमलोग भी मौजूद थे जो डिजिटल बैंकिंग की बारीकियों से अवगत होने के लिए कार्यक्रम में शिरकत करने आए थे।
