परमानेंट अकाउंट नंबर (पैन) को आधार से जोडऩे की समयसीमा खत्म होने वाली है, ऐसे में देसी ब्रोकरेज फर्मों का प्रतिनिधित्व करने वाले उद्योग निकाय ने बाजार नियामक सेबी से इसे तीन महीने आगे बढ़ाने की मांग की है। ब्रोकर व म्युचुअल फंड ट्रांसफर एजेंट के मुताबिक, लाखों डीमैट खाते व म्युचुअल फंडों के खातों के पैन का आधार से जुडऩा अभी बाकी है।
बाजार नियामक सेबी ने चेतावनी दी है कि ऐसे सभी खातों में होने वाले परिचालन को निलंबित कर दिया जाएगा। 1 अप्रैल 2022 से पैन-आधार से जुड़ाव नहीं रखने वाले खातों में किसी तरह का लेनदेन नहीं हो पाएगा। ऐसे खाते आयकर अधिनियम के तहत जुर्माने को भी ट्रैक कर सकते हैं।
एसोसिएशन ऑफ नैशनल एक्सचेंज मेंबर्स ऑफ इंडिया ने मार्केट इन्फ्रास्ट्रक्चर इंस्टिट््यूशन (एमआईआई) मेंं तकनीकी गड़बड़ी का हवाला देते हुए विस्तार का मांग की है। लॉबी ग्रुप ने कहा है कि कई निवेशकों के लिए पैन-आधार जोडऩे मेंं गलती हुई है।
ओएनजीसी के ओएफएस को 1.6 गुना आवेदन
ओएनजीसी के ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) को निवेशकों से 30.3 करोड़ शेयरों के लिए बोली मिली, जो सरकार की तरफ से बेचे जा रहे 18.87 करोड़ शेयर के मुकाबले 1.6 गुना है। इस शेयर बिक्री से सरकारी विनिवेश खजाने में 3,000 करोड़ रुपये से ज्यादा जुड़ेंगे। ज्यादातर बोली करीब 160 रुपये पर मिली, जो सरकार की तरफ से तय आधार कीमत 159 रुपये के मुकाबले मामूली ज्यादा है।
ओएनजीसी का शेयर बीएसई पर 5 फीसदी से ज्यादा टूटकर 162.25 रुपये पर बंद हुआ। 8 मार्च को इस शेयर ने 52 हफ्ते के उच्चस्तर 194.60 रुपये को छुआ था, जिसकी वजह वैश्विक स्तर कच्चे तेल में तेजी रही, लेकिन अब यह शेयर टूटा है क्योंंकि तेल की कीमतें हाल में नरम हुई हैं। बीएस