20 जनवरी, 2025 को अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ लेने वाले डोनाल्ड ट्रम्प ने भारतीय मूल के श्रीराम कृष्णन को अपनी टीम में शामिल करने का एलान किया है। श्रीराम कृष्णन ट्रम्प सरकार में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से जुड़ी नीतियों पर अमेरिकी राष्ट्रपति के सलाहकार होंगे, याने श्रीराम कृष्णन अगले चार साल तक पूरी दुनिया में एआई को लेकर क्या होगा, इसको निर्धारित करनेवाले शख्स होंगे।
टीम ट्रम्प की ओर से आए बयान में बताया गया कि भारतीय-अमेरिकी वेंचर कैपिटलिस्ट और उद्यमी श्रीराम कृष्णन को अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर व्हाइट हाउस के वरिष्ठ नीति सलाहकार के रूप में नियुक्त किया है। वे PayPal के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर (COO)रहे डेविड ओ सैक्स के साथ काम करेंगे, जिन्हें “व्हाइट हाउस एआई और क्रिप्टो सीज़ार” “White House AI and crypto czar”) के रूप में नामित किया गया है। 20 जनवरी के बाद श्रीराम कृष्णन व्हाइट हाउस टीम में होंगे और अमेरिका में एआई को होनेवाले हर नीतिगत चेंज में अपनी राय देंगे। कृष्णन से ट्रम्प प्रशासन की AI नीति को आकार देने की उम्मीद की जाएगी।
एक बयान में, ट्रम्प ने कहा कि कृष्णन “AI में निरंतर अमेरिकी नेतृत्व सुनिश्चित करने और विज्ञान और प्रौद्योगिकी पर राष्ट्रपति की सलाहकार परिषद के साथ काम करने सहित सरकार भर में AI नीति को आकार देने और समन्वय करने में मदद करेंगे।” न्यूयॉर्क टाइम्स में प्रकाशित एक लेख में, कृष्णन ने मौजूदा एआई रुझानों पर अपने विचारों के बारे में जानकारी दी। डेटा लाइसेंसिंग से जुड़े विवाद पर लिखते हुए, कृष्णन ने उम्मीद जताई कि समाधान “वकीलों के बजाय कोड में निहित है और हम इंटरनेट को खुला रखने में मदद करने के लिए रचनात्मक प्रौद्योगिकी समाधान देखते हैं।”
यदि आपको लगता है कि श्रीराम कृष्णन भी किसी टॉप आईआईटी से पढ़े हैं, या अमेरिका के किसी Ivy league यूनिवर्सिटी से हैं, जो आप ये जानकर चौंक जाएंगे कि श्रीराम कृष्णन ने अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई आईआईटी नहीं, बल्कि तमिलनाडु के कांचीपुरम में एसआरएम इंजीनियरिंग कॉलेज से की है। चेन्नई में जन्मे कृष्णन ने तमिलनाडु के कांचीपुरम में SRM Engineering College से सूचना प्रौद्योगिकी (Information Technology) में बीटेक की डिग्री हासिल की। उनके पिता बीमा का काम करते थे, जबकि मां गृहणी थी।
2005 में, 21 साल की उम्र में श्रीराम कृष्णन अमेरिका चले गए, जहां उन्होंने अपने करियर की शुरुआत Microsoft के साथ की, जहां उन्होंने विंडोज़ एज़्योर के लिए एपीआई और सेवाओं को विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 2013 में, वह फेसबुक (Facebook) में शामिल हो गए और इसके मोबाइल ऐप विज्ञापन प्लेटफ़ॉर्म (mobile app advertising platform)का विस्तार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसके बाद उन्होंने स्नैप (Snap) और बाद में ट्विटर (Twitter) (अब एक्स) में 2019 तक काम किया, जहाँ उन्होंने एलन मस्क के साथ मिलकर X- Platform के पुनर्गठन में मदद की। 2021 में एंड्रीसेन होरोविट्ज़ (a16z) में general partner बने और 2023 में कंपनी के लंदन में बने पहले अंतरराष्ट्रीय कार्यालय के हेड हुए।
2021 में, कृष्णन और उनकी पत्नी आरती राममूर्ति ने एक पॉडकास्ट शुरु किया। दोनों ने “गुड टाइम शो” पोडकॉस्ट होस्ट के रूप में पूरे अमेरिका सहित दुनिया में अपनी पहचान बना ली। दोनों इतने फेमस हुए कि उन्होंने अपने Podcast का नाम ही अपने नाम पर, “द आरती एंड श्रीराम शो” कर दिया। इसी पोडकास्ट के चलते वे ट्रम्प सहित सभी लोगों की नजर में आए।
टीम ट्रंप में कृष्णन अकेले भारतीय-अमेरिकी नहीं हैं। अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति ने वैज्ञानिक जय भट्टाचार्य को देश के शीर्ष स्वास्थ्य अनुसंधान संस्थान, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के निदेशक के रूप में चुना है। ट्रंप के प्रतिद्वंद्वी से सहयोगी बने विवेक रामास्वामी को एलन मस्क के साथ डोगे का नेतृत्व करने के लिए चुना गया है। वकील हरमीत के ढिल्लों को अमेरिकी न्याय विभाग में नागरिक अधिकारों के लिए सहायक अटॉर्नी जनरल के रूप में नामित किया गया। काश पटेल संघीय जांच ब्यूरो (FBI) के निदेशक के रूप में काम करेंगे, जिससे वे ट्रंप कैबिनेट में सर्वोच्च रैंकिंग वाले भारतीय-अमेरिकी बन जाएंगे।