अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप (President Donald Trump) के कार्यकाल में यूएस एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट (USAID) में बड़ी कटौती और उसके अलग-अलग होने की संभावनासे साल 2030 तक करीब 1.4 करोड़ अतिरिक्त मौतें हो सकती हैं। यह चेतावनी द लैंसेट (The Lancet) में सोमवार को प्रकाशित एक नए स्टडी में दी गई है।
इस स्टडी में 2001 से 2023 के बीच 133 कम और मध्यम आय वाले देशों का विश्लेषण किया गया। स्टडी में पाया गया कि पिछले दो दशकों में USAID प्रोग्राम की वजह से 9.1 करोड़ मौतें टाली गईं, जिनमें 3 करोड़ बच्चे शामिल थे। अगर फंडिंग में कटौती की जाती है, तो केवल 2025 में 18 लाख अतिरिक्त मौतें हो सकती हैं और यह आंकड़ा 2030 तक बढ़कर 1.4 करोड़ तक पहुंच सकता है। इनमें पांच साल से कम उम्र के 45 लाख बच्चे भी शामिल हैं।
स्टडी में इसे “जानबूझकर की गई और टाली जा सकने वाली नीति” बताया गया है, जिसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि USAID और अन्य अंतरराष्ट्रीय दाताओं की संभावित कटौती से वैश्विक मानवीय विकास की सबसे अहम प्रगति पर विराम लग सकता है।
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जनवरी में कार्यभार संभालने के बाद से ट्रंप प्रशासन ने सरकारी खर्च में कटौती के नाम पर USAID में व्यापक छंटनी की है। एजेंसी के 10,000 कर्मचारियों में से लगभग सभी को हटा दिया गया है। मार्च में, अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा कि एक आंतरिक समीक्षा के बाद USAID के 80% से अधिक कार्यक्रम रद्द कर दिए गए हैं। उन्होंने इस कदम को “पुरानी विफलताओं को सुधारने” और एजेंसी में प्रगतिशील विचारधारा के प्रभाव को समाप्त करने के रूप में सही ठहराया।
USAID ने विशेष रूप से अफ्रीका जैसे देशों में सार्वजनिक स्वास्थ्य को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाई है। द लैंसेट के अनुसार, जिन देशों को USAID से अधिक सहायता मिली, वहां कुल मृत्यु दर में 15% और बाल मृत्यु दर में 32% की गिरावट दर्ज की गई।
2023 में अमेरिका ने दुनिया भर में सरकारी मानवीय फंडिंग का 43% हिस्सा दिया, जो एक दशक पहले 39% था। अकेले USAID ने FY24 में $35 बिलियन से अधिक की विदेशी सहायता प्रदान की, जिसका स्टाफ बजट $2 बिलियन था। कुल अमेरिकी विदेशी सहायता वितरण $61 बिलियन रहा, जिसमें से आधे से अधिक USAID के माध्यम से खर्च किए गए।
मानवाधिकार संगठनों और विकास विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि अगर USAID की गतिविधियों को कमजोर किया गया तो इससे सालों की सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रगति खत्म हो सकती है। खासतौर पर कमजोर तबकों और बच्चों पर इसका गंभीर असर पड़ेगा।
(एजेंसियों के इनपुट्स सहित)