प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मीडिया में आई खबरों के हवाले से आज कहा कि नए तथ्यों से पता चलता है कि कांग्रेस ने कच्चातिवु द्वीप ‘संवेदनहीन’ ढंग से श्रीलंका को दे दिया था। उन्होंने ‘एक्स’ पर एक खबर साझा करते हुए कहा, ‘आंखें खोलने वाली और चौंका देने वाली खबर। नए तथ्यों से पता चलता है कि कांग्रेस ने कैसे संवेदनहीन ढंग से कच्चातिवु दे दिया था। इससे प्रत्येक भारतीय नाराज है।’
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘भारत की एकता, अखंडता और हितों को कमजोर करना कांग्रेस का 75 वर्ष से काम करने का तरीका रहा है।’ केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि यह दर्शाता है कि कांग्रेस पार्टी भारत की एकता और अखंडता के खिलाफ है।
दूसरी ओर, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने आरोप लगाया कि चुनाव से ऐन पहले प्रधानमंत्री इस संवेदनशील मुद्दे को उठा रहे हैं, लेकिन आपकी ही सरकार के अटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी ने 2014 में उच्चतम न्यायालय को बताया था कि कच्चातिवु 1974 में एक समझौते के तहत श्रीलंका गया था।