Srisailam Left Bank Canal collapses: उत्तराखंड के सिल्क्यारा टनल में साल 2023 में मजदूरों के फंसने की हुई घटना के बाद एक बार फिर तेलंगाना में एक निर्माणाधीन टनल में मजदूरों के फंसने की खबरें सामने आ रही हैं। तेलंगाना के नागरकुरनूल जिले में निर्माणाधीन श्रीशैलम लेफ्ट बैंक कैनाल की एक टनल के हिस्से की छत गिरने से कम से कम 6 मजदूरों के फंसे होने की आशंका जताई जा रही है। पुलिस ने शनिवार को इसकी जानकारी दी।
पुलिस ने बताया कि निर्माण कंपनी की टीम स्थिति का आकलन करने के लिए अंदर गई है और इसकी जांच कर रही है।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने न्यूज एजेंसी PTI को बताया कि काम कर रही कंपनी द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, 6 से 8 मजदूरों के फंसे होने की आशंका है। उन्होंने कहा, “घटना उस समय हुई जब कुछ मजदूर काम के लिए सुरंग के अंदर गए थे और तभी सुरंग की छत 12-13 किलोमीटर अंदर गिर गई।” हालांकि, मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में बिना संख्या बताए संकेत दिया गया कि कुछ लोग घायल हुए हैं।
मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने जिला कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक और अन्य अधिकारियों को दुर्घटना स्थल पर पहुंचकर राहत कार्य करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार, राज्य के सिंचाई मंत्री एन. उत्तम कुमार रेड्डी, सिंचाई मामलों के सरकारी सलाहकार आदित्यनाथ दास और अन्य सिंचाई अधिकारी विशेष हेलीकॉप्टर से मौके के लिए रवाना हुए हैं।
केंद्रीय कोयला मंत्री जी. किशन रेड्डी ने दुर्घटना पर चिंता व्यक्त करते हुए इसके कारणों की जानकारी ली और अधिकारियों से सुरंग में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी कहा कि यदि कोई घायल है, तो उन्हें तत्काल इलाज दिया जाए।
बता दें कि साल 2024 में उत्तराखंड के उत्तरकाशी में स्थित सिल्क्यारा टनल में भी ऐसा ही हादसा हुआ था। निर्माणाधीन टनल में भूस्खलन की वजह से 41 मजदूर अंदर ही फंस गए थे, जिन्हें 17 दिनों की मशक्कत के बाद बाहर निकाला गया था।
इस रेस्क्यू ऑपरेशन में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, बीआरओ, आरवीएनएल, एसजेवीएनएल, ओएनजीसी, आईटीबीपी, एनएचआईडीसीएल, टीएचडीसी, उत्तराखंड राज्य शासन, जिला प्रशासन, भारतीय थल सेना, वायु सेना सहित कई एजेंसियों ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया था।