facebookmetapixel
Share Market: शेयर बाजार में जोरदार वापसी! 4 दिन की गिरावट के बाद सेंसेक्स–निफ्टी उछलेमहाराष्ट्र का अनार अमेरिका के लिए रवाना, JNPT बंदरगाह से पहला कंटेनर समुद्र मार्ग से भेजा गयाIPO 2025: रिकॉर्ड पैसा, लेकिन निवेशकों को मिला क्या?अमेरिका और यूरोप की नीति में बदलाव से एशियाई इलेक्ट्रिक वाहन उद्योग को झटका, EV कंपनियां मुश्किल में‘आम आदमी को उठाना पड़ सकता है बैंकिंग सिस्टम का नुकसान’, रॉबर्ट कियोसाकी ने लोगों को क्यों चेताया?पिरामल फाइनेंस श्रीराम लाइफ में 14.72% हिस्सेदारी Sanlam ग्रुप को बेचेगी, ₹600 करोड़ का सौदाEPFO का बड़ा फैसला: नौकरी बदलते समय वीकेंड और छुट्टियां अब सर्विस ब्रेक नहीं मानी जाएंगीइस साल इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने में लोगों की ये गलतियां पड़ीं भारी, रिफंड अटका और मिला नोटिसजापान की MUFG श्रीराम फाइनेंस में 20% खरीदेगी हिस्सेदारी, ₹39,618 करोड़ का निवेशस्मार्टफोन चमके, कपड़ा डूबा- भारत के निर्यात की अंदरूनी कहानी

Critical Minerals: महत्त्वपूर्ण खनिजों की नीलामी में हो सकती है और देरी, निवेशक नहीं दिखा रहे दिलचस्पी

विशेषज्ञ नीलामी के दूसरे दौर की समयसीमा में भी देरी की आशंका जता रहे हैं क्योंकि 45 हजार करोड़ रुपये मूल्य वाले शुरुआती नीलामी दौर में कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा है।

Last Updated- April 09, 2024 | 9:54 PM IST
rare earth minerals

महत्त्वपूर्ण खनिजों में आत्मनिर्भर बनने के भारत के प्रयास को एक और झटका लग सकता है क्योंकि सरकार ने महत्त्वपूर्ण खनिज ब्लॉकों के पहले दौर के लिए बोलीदाताओं की चयन प्रक्रिया को तीन महीने के लिए टाल दिया है।

यह निर्णय सरकार द्वारा मार्च में संभावित निवेशकों की दिलचस्पी नहीं दिखाने के कारण 13 ब्लॉकों की नीलामी प्रक्रिया रद्द करने के तुरंत बाद आया है। खान मंत्रालय के नोटिस के अनुसार, सात खनिज ब्लॉकों के लिए बोलीदाताओं का चयन करने की अंतिम तिथि को 18 अप्रैल से बढ़ाकर 8 जुलाई कर दिया गया है।

उद्योग के विशेषज्ञ नीलामी के दूसरे दौर की समयसीमा में भी देरी की आशंका जता रहे हैं क्योंकि 45 हजार करोड़ रुपये मूल्य वाले शुरुआती नीलामी दौर में कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा है।

उद्योग के एक जानकार ने कहा, ‘न केवल इस दौर में बल्कि अगले दौर में भी बोलीदाताओं को आकर्षित करने में परेशानियां सामने आ सकती हैं क्योंकि मौजूद संसाधनों के बारे में कोई स्पष्टता नहीं है।’

नीलामी प्रक्रिया में देरी का कारण पता करने के लिए मंत्रालय को भेजे गए सवाल का खबर प्रकाशित करने तक कोई जवाब नहीं मिला। सरकारी सूत्रों का कहना है लोक सभा चुनावों के कारण देरी हो रही है, लेकिन विशेषज्ञ इससे सहमत नहीं हैं।

एक विशेषज्ञ ने कहा कि इससे सवाल उठता है कि अब तक तकनीकी रूप से योग्य बोलीदाताओं (टीक्यूबी) का चयन क्यों नहीं किया गया है। उन्होंने पूछा, ‘सरकार ने चुने हुए बोलीदाताओं की घोषणा रोकने के बजाय टीक्यूबी के ऐलान की तारीख क्यों स्थगित कर दी है।’

First Published - April 9, 2024 | 9:54 PM IST

संबंधित पोस्ट