दक्षिण पश्चिमी मॉनसून की बारिश ने रफ्तार पकड़ ली है। अगले कुछ दिन में देश भर में मॉनसूनी बारिश की कमी की भरपाई हो सकती है। हालांकि कुछ मौसम वैज्ञानिकों ने अनुकूल स्थिति होने के कारण किसी तरह की लापरवाही को लेकर आगाह किया है, क्योंकि अलनीनो तेज होता जा रहा है व जुलाई के दूसरे पखवाड़े के बाद मॉनसून पर इसका असर पड़ सकता है।
मौसम विभाग ने देश भर में इस साल सामान्य बारिश का अनुमान लगाया है, जो बारिश के दीर्घावधि औसत (LPA) के 94 से 106 प्रतिशत के बीच माना जाता है। जुलाई के लिए एलपीए 280.4 मिलीमीटर है।
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक विभिन्न मॉडलों पर लगाए गए अनुमान की तुलना में अलनीनो तेजी से रफ्तार पकड़ रहा है, जो चिंता की वजह हो सकता है। कुछ दिन पहले संयुक्त राष्ट्र विश्व मौसम विज्ञान संगठन (डब्ल्यूएमओ) ने कहा था कि 7 साल में पहली बार उष्णकटिबंधीय प्रशांत क्षेत्र में अलनीनो की स्थिति बनी है। इसकी वजह से वैश्विक तापमान में बढ़ोतरी और बदले मौसम की स्थिति बन सकती है।
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एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि अद्यतन WMO अनुमान के मुताबिक 2023 की दूसरी छमाही में अलनीनो के असर की 90 प्रतिशत संभावना है।