फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों अगले साल जनवरी में भारत के 75वें गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि होंगे। मैक्रों इस साल सितंबर में नई दिल्ली में आयोजित जी20 शिखर सम्मेलन के लिए भी भारत आए थे।
शुक्रवार को विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘रणनीतिक साझेदार के रूप में, भारत और फ्रांस क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर साझा राय रखते हैं। इस साल दोनों देश, भारत-फ्रांस रणनीतिक साझेदारी की 25वीं वर्षगांठ मना रहे हैं।’ फ्रांस के राष्ट्रपति कार्यालय ने भी इस यात्रा की पुष्टि की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 14 जुलाई, 2023 को पेरिस में आयोजित हुए बैस्टिल डे परेड में विशेष रूप से सम्मानित अतिथि थे। मोदी की यात्रा के दौरान ‘होराइजन 2047’ रोडमैप, हिंद-प्रशांत रोडमैप और अन्य मुद्दों पर चर्चा की गई थी और आगामी यात्रा के दौरान भी ये संदर्भ बिंदु वार्ता के लिए कारगर होंगे।
जी20 के दौरान हुई बैठक में दोनों पक्षों ने रक्षा सहयोग को मजबूत करने की प्रतिबद्धता जताते हुए आधुनिक रक्षा तकनीकों के निर्माण, डिजाइन तैयार करने, उसके परीक्षण पर जोर देने का वादा किया। उन्होंने हिंद-प्रशांत और इससे इतर भी अविकसित देशों के लिए भारत में उत्पादन बढ़ाने की योजना की बात दोहराई।
जून में, मोदी की फ्रांस यात्रा के दौरान परमाणु सहयोग पर भी चर्चा हुई और विशेष रूप से जैतपुर परमाणु संयंत्र परियोजना के लिए चर्चा हुई। इसमें कहा गया है कि दोनों पक्ष छोटे मॉड्यूलर रिएक्टर (एसएमआर) और उन्नत मॉड्यूलर रिएक्टर (एएमआर) प्रौद्योगिकियों को मिलकर तैयार करने के लिए साझेदारी करेंगे।
एसएमआर परमाणु रिएक्टर आमतौर पर 300 मेगावॉट या उससे कम के होते हैं जिन्हें मॉड्यूलर फैक्टरी फैब्रिकेशन का इस्तेमाल कर मॉड्यूलर तकनीक के साथ डिजाइन किया जाता है। इनमें किफायती उत्पादन होता है और इसमें वक्त भी कम लगता है। भारत और फ्रांस ने एक आशय पत्र की घोषणा पर हस्ताक्षर करने की तैयारी भी कर रहे हैं।
ऐसा छठीं बार होगा जब फ्रांस के नेता राष्ट्रीय राजधानी में गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि होंगे। भारत ने अगले साल के गणतंत्र दिवस समारोह के लिए पहले सभी तीन क्वाड देशों, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के नेताओं को आमंत्रित करने में दिलचस्पी दिखाई थी। दरअसल भारत ने इन यात्राओं की योजना, चौथे क्वाड शिखर सम्मेलन के साथ ही बनाने का इरादा किया था जिसकी मेजबानी भारत 2024 में करेगा। हालांकि, सभी तीन नेताओं की पहले से ही घरेलू स्तर की व्यस्तताएं थीं।
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंटनी अल्बनीज 26 जनवरी को सार्वजनिक समारोहों में व्यस्त रहेंगे क्योंकि उस दिन ऑस्ट्रेलिया का राष्ट्रीय दिवस भी है। वहीं, जापान आमतौर पर जनवरी के अंतिम सप्ताह में अपने संसद सत्र की शुरुआत करता है और प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा 23 जनवरी से शुरू होने वाले बजट सत्र के शुरुआती हफ्ते से ही मौजूद रहेंगे।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन को अपनी अन्य व्यस्तताओं के कारण यह आमंत्रण टालना पड़ा। 2023 में भारत ने मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी को गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया था।