भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने सोमवार को कहा कि जुलाई में मूसलाधार बारिश के बाद देश में मॉनसून (monsoon) सीजन के दूसरे हिस्से (अगस्त एवं सितम्बर) के दौरान सामान्य बारिश होने का अनुमान है। विभाग ने कहा कि पूर्वी मध्य भारत, पूर्वी और पूर्वोत्तर क्षेत्र के कुछ हिस्सों तथा हिमालय के अधिकांश उपसंभागों में सामान्य और इससे थोड़ी अधिक बारिश होने का अनुमान है।
IMD के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि प्रायद्वीपीय भारत के अधिकांश हिस्सों और उत्तर-पश्चिम व मध्य भारत के पश्चिमी हिस्सों में सामान्य से कम बारिश होने का अनुमान है। उन्होंने कहा कि एक ओर जहां भारत में जुलाई में 13 फीसदी अधिक बारिश दर्ज की गई, वहीं देश के पूर्वी और पूर्वोत्तर क्षेत्रों में 1901 के बाद से इस महीने में तीसरी सबसे कम बारिश दर्ज हुई। महापात्रा ने कहा कि उत्तर-पश्चिम भारत में 2001 के बाद से जुलाई में सबसे अधिक (258.6 मिलीमीटर) वर्षा दर्ज की गई।
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IMD प्रमुख ने कहा कि भारत में मॉनसूनी बारिश में उतार-चढ़ाव देखा गया है और जून में नौ फीसदी कम, जबकि जुलाई में 13 फीसदी अधिक बारिश हुई है। देश में अब तक मॉनसून सीजन में सामान्य बारिश (445.8 मिमी) की तुलना में 467 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जो पांच प्रतिशत से अधिक है। महापात्रा ने कहा कि अल नीनो (El Nino) से अब तक मॉनसूनी बारिश पर कोई असर नहीं पड़ा है। अल नीनो आमतौर पर भारत में मॉनसूनी हवाओं के कमजोर होने और शुष्क मौसम से जुड़ा है।