Kolkata doctor rape case: कोलकाता रेप और मर्डर केस का मामला अब हाईकोर्ट के बाद सुप्रीम कोर्ट भी पहुंच गया है। आज यानी 18 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट ने कोलकाता के अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या का स्वत: संज्ञान (suo moto cognisance) लिया। मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ की अगुवाई वाली बेंच मामले की सुनवाई 20 अगस्त को करेगी। मुख्य न्यायाधीश के साथ बेंच में जस्टिस जेबी पारदीवाला और जस्टिस मनोज मिश्रा होंगे।
सुप्रीम कोर्ट की वेबसाइट पर अपलोड की गई 20 अगस्त की सुनवाई वाली लिस्ट में कहा गया है कि मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली बेंच मंगलवार को आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (RG Kar Medical College and Hospital) में एक प्रशिक्षु (ट्रेनी) डॉक्टर के साथ कथित बलात्कार और हत्या की घटना के मामले पर सुनवाई करने वाला है। इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट मामले से संबंधित अन्य मामलों की भी सुनवाई करेगा। इस केस का टाइटल “In Re : Alleged Rape and Murder of Trainee Doctor in RG Kar Medical College Hospital, Kolkata and related issues” है। लाइव लॉ की रिपोर्ट के मुताबिक, केस को आज 1:03 बजे रजिस्टर किया गया था।
गौरतलब है कि जब सुप्रीम कोर्ट किसी मामले का संवत: संज्ञान लेता है तो उसका मतलब होता है कि मामला ज्यादा गंभीर है। ज्यादातर मामलों में जब मूल अधिकार से जुड़ा मुद्दा होता है तो कई मामलों में सुप्रीम कोर्ट खुद से मामले की जानकारी ले लेता है और उसकी सुनवाई करता है।
दरसअल, 9 अगस्त को आरजी कर मेडिकल कॉलेज के सेमीनॉर हाल से पोस्ट-ग्रेजुएट ट्रेनी डॉक्टर का शव मिला था। इसके एक दिन बाद यानी 10 अगस्त को कोलकाता पुलिस ने एक सिविक वालंटियर को गिरफ्तार कर लिया था। बाद में जब मामला काफी हद तक बढ़ गया और घटना के विरोध में चल रही डॉक्टरों की हड़ताल पूरे देश में फैल गई तो मामला कोलकाता हाईकोर्ट भी पहुंचा। 13 अगस्त को कोलकाता हाईकोर्ट ने रेजिडेंट डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या के मामले की जांच केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई (CBI) को सौंप दी।
कोलकाता हाईकोर्ट ने मामले की सुनवाई करते हुए कहा था कि राज्य पुलिस को मामले से जुड़े सभी दस्तावेज 14 अगस्त तक CBI को देने होंगे। सामान्य परिस्थितियों में कोर्ट किसी भी केस को CBI को देने के लिए अधिक समय दे सकती थी, लेकिन यह बहुत ही संवेदनशील मामला है। और पांच दिन बाद भी पुलिस की जांच में कोई खास प्रगति नहीं हुई है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने 17 अगस्त को एक नोटिस जारी किया और कहा कि वह डॉक्टरों की सुरक्षा को लेकर सुझाव देने के लिए एक समिति के गठन करेगा। हालांकि, डॉक्टरों की बॉडी ने निराशा व्यक्त करते हुए कहा कि पिछली समितियां बड़े फैसले देने में नाकाम रही हैं।
ट्रेनी डॉक्टर की हत्या के मामले में डॉक्टर जहां पूरे देशभर में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं तो वहीं पश्चिम बंगाल का भी वैसा ही हाल है। कई मेडिकल कॉलेजों के छात्र न्याय की मांग कर रहे हैं। पोस्टर और तख्तियां लेकर आए चिकित्सकों ने 9 अगस्त को हुई इस घटना के दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग कर रहे हैं और नारे लगा रहे हैं। आज, पश्चिम बंगाल में भारी बारिश के बावजूद, डॉक्टरों ने कॉलेज स्ट्रीट से लेकर श्यामबाजार तक घुटनों तक पानी में पैदल प्रदर्शन किया। उन्होंने CBI से जांच जल्द पूरी करने की मांग करते हुए नारे भी लगाए।