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पाकिस्तान की एक और नापाक हरकत: भयंकर तूफान में फंसे इंडिगो विमान को अपने एयरस्पेस में प्रवेश नहीं करने दिया

डीजीसीए ने बताया कि यह घटना बुधवार को हुई जब इंडिगो का ए321नियो विमान (वीटी-आईएमडी) फ्लाइट 6ई-2142 करीब 36,000 फीट की ऊंचाई पर उड़ान भर रहा था।

Last Updated- May 23, 2025 | 11:37 PM IST
Indigo Flight
तूफान के बाद क्षतिग्रस्त इंडिगो का विमान

इंडिगो के दिल्ली से श्रीनगर की ओर उड़ान भर रहे एक विमान को बुधवार को बहुत ज्यादा खराब मौसम का सामना करना पड़ा। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने शुक्रवार को बताया कि इस दौरान तूफान से बचने के लिए विमान को पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र (एयरस्पेस) में जाने की इजाजत नहीं मिली। इस विमान को पहले भारतीय वायु सेना (आईएएफ) ने भी रास्ता बदलने की अनुमति नहीं दी थी। उत्तरी भारत के कुछ हवाईक्षेत्रों के हिस्सों में सेना का नियंत्रण होता है।

डीजीसीए ने बताया कि यह घटना बुधवार को हुई जब इंडिगो का ए321नियो विमान (वीटी-आईएमडी) फ्लाइट 6ई-2142 करीब 36,000 फीट की ऊंचाई पर उड़ान भर रहा था और पंजाब के पठानकोट के पास अचानक ओलावृष्टि वाले तूफान में फंस गया।

 डीजीसीए ने कहा, ‘चालक दल के बयान के अनुसार, उन्होंने रास्ते में खराब मौसम के कारण बाईं ओर (अंतर्राष्ट्रीय सीमा की ओर) जाने के लिए उत्तरी कमान (आईएएफ) से अनुरोध किया, लेकिन इसे मंजूरी नहीं मिली। बाद में चालक दल ने लाहौर से संपर्क किया कि उन्हें पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र में घुसने की इजाजत दी जाए ताकि वे खराब मौसम से बच सकें, लेकिन इस गुजारिश को नहीं माना गया।’

आईएएफ आमतौर पर उत्तरी क्षेत्रों में नागरिक विमानों के लिए नियंत्रित हवाई क्षेत्र तक पहुंच बनाने का प्रबंधन करती है। इस मामले में, खराब मौसम से बचने के लिए पायलट के बाईं ओर जाने का अनुरोध आईएएफ के उत्तरी नियंत्रण यूनिट ने स्वीकार नहीं किया। जब उनके पास ज्यादा विकल्प नहीं बचे तब पायलटों ने लाहौर एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) से संपर्क किया ताकि वे थोड़ी देर के लिए पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र में घुस सकें, लेकिन वह अनुरोध भी ठुकरा दिया गया। विस्तारा एयरलाइन के पूर्व मुख्य रणनीति और वाणिज्यिक अधिकारी संजीव कपूर ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘ध्यान दें कि उस समय जब बंद हवाई क्षेत्र में उड़ान भरने का अनुरोध किया गया था तब कोई आपातकालीन कॉल (यानी मेडे कॉल) नहीं की गई थी। डीजीसीए का यह बयान बताता है कि आईएएफ ने भी सीमा के करीब वैकल्पिक रास्ते की मांग को मना कर दिया था। पायलट ने इन मुश्किल हालात में बेहतरीन काम किया।’ स्पाइसजेट के मुख्य परिचालन अधिकारी के तौर पर काम कर चुके कपूर ने कहा, ‘रास्ता बदलने के अनुरोध के लिए दो बार मना किया गया। एक बार आईएएफ ने और एक बार पाकिस्तान ने। हवाई क्षेत्रों के लिए नोटम (पायलटों के लिए सूचना) होते हैं जिससे यह तय होता है कि कोई कहां उड़ान भर सकता है। नोटम को बदलने के लिए,आपातकाल घोषित करना जरूरी है। ऐसा लगता है कि श्रीनगर एटीसी के पास आपातकालीन स्थिति की घोषणा नहीं की गई। पायलट ने मौजूदा परिस्थितियों में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया।’

बुधवार को लाहौर एटीसी से यह इनकार तब किया जब पाकिस्तान ने भारतीय विमानों पर व्यापक हवाई क्षेत्र प्रतिबंध लगा रखा था। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के दो दिन बाद इस्लामाबाद ने भारतीय नागरिक उड़ानों के लिए अपना हवाई क्षेत्र बंद कर दिया था। पहलगाम के आतंकी हमले में कई भारतीय पर्यटक मारे गए थे।

डीजीसीए ने शुक्रवार को दिए बयान में कहा कि तूफान और ओलावृष्टि के बहुत करीब होने के कारण, पायलटों के पास रास्ता बदलने या वापस लौटने का कोई चारा नहीं था। उन्हें खराब मौसम के बीच ही उड़ान भरनी पड़ी।

First Published - May 23, 2025 | 10:45 PM IST

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