नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बुधवार को कहा कि केंद्र सरकार बायोमेट्रिक तकनीक का इस्तेमाल कर भारत के हवाईअड्डों पर इमीग्रेशन प्रोसेस का डिजिटलीकरण कर रही है, जिससे अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की आवाजाही सरल हो सके।
यात्रा की ज्यादा मांग वाले सीजन में पिछले मंहीने दिल्ली और बेंगलूरु जैसे देश के प्रमुख हवाईअड्डों पर भीड़ बहुत बढ़ गई थी। अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डों पर इस समय आव्रजन मंजूरी की प्रक्रिया मैनुअल है। गृह मंत्रालय के तहत आने वाले आव्रजन ब्यूरो के अधिकारी यह काम करते हैं।
विश्व के विभिन्न हवाईअड्डों पर इस समय बायोमेट्रिक तकनीक का इस्तेमाल शुरू हो गया है और हवाईअड्डों पर आव्रजन मंजूरी के लिए ऑटोमेटेड लेन बनाए गए हैं।
उदाहरण के लिए सिंगापुर के चांगी एयरपोर्ट पर देश के नागरिकों, स्थायी निवासियों और दीर्घावधि पास धारकों के लिए ऑटोमेटेड लेन बनी हुई है और फेसियल बायोमीट्रिक्स से उन्हें देश से बाहर जाने या देश में आने के वक्त आव्रजन चेकप्वाइंट पर मंजूरी मिल जाती है। विदेशी यात्रियों के लिए यह सुविधा केवल सिंगापुर से जाने के दौरान दी जाती है।