श्रम, टेक्सटाइल और कौशल विकास पर बनी संसद की स्थाई समिति ने कौशल मंत्रालय से कहा है कि वह प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (पीएमकेवीवाई) 4.0 के तहत प्रमाणित अभ्यर्थियों के रोजगार पाने के आंकड़े स्किल इंडिया डिजिटल हब (सिद्ध) पोर्टल पर डाले, क्योंकि इस तरह की योजनाओं की सफलता जानने का यही वास्तविक पैमाना है।
इस कदम से केंद्र सरकार की प्रमुख कौशल विकास योजना के तहत सृजित रोजगार के आंकड़ों की उपलब्धता भी सुनिश्चित हो सकेगी। समिति ने अपनी ताजा रिपोर्ट में कहा है, ‘समिति ने शिद्दत से महसूस किया है कि प्रमाणन के अंतिम आंकड़े ही योजना लागू करने की सफलता और असर का मानक हैं। समिति का यह भी मत है कि इसके माध्यम से रोजगार मिलने के आंकड़े ही योजना की सफलता जानने का वास्तविक पैमाना है। ऐसे में योजना के माध्यम से रोजगार सृजन के आंकड़े साफ-साफ बताना जरूरी है।’सितंबर 2024 में शुरू की गई सिद्ध, एकीकृत वेबसाइट है, जिसमें कौशल देने, शिक्षा, रोजगार और उद्यमिता के माहौल के बारे में आंकड़े रहते हैं।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि कौशल मंत्रालय द्वारा पीएमकेवीवाई 4.0 के लिए भौतिक, वित्तीय और प्रदर्शन लक्ष्य निर्धारित किए गए हैं, लेकिन इस योजना के तहत युवाओं की अनुमानित रोजगार क्षमता के लिए कोई लक्ष्य निर्धारित नहीं किया गया है। कौशल मंत्रालय ने समिति को बताया, ‘पीएमकेवीवाई 4 से रोजगार को नहीं जोड़ा गया है, ऐसे में रोजगार का कोई विशेष लक्ष्य नहीं तय किया गया है।’