प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तमिलनाडु में लगभग 17,300 करोड़ रुपये की कई विकास परियोजनाओं का बुधवार को उद्घाटन और शिलान्यास किया। इनमें इसरो का प्रक्षेपण परिसर भी शामिल है। प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार राज्य में सड़क परियोजनाओं पर 1.5 लाख करोड़ रुपये निवेश कर रही है। केंद्र सरकार सड़कों के सुधार पर अधिक जोर दे रही है, जिससे आम जनजीवन आसान हो रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने तूत्तुकुडि के निकट कुलसेकरापत्तनम में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के नए प्रक्षेपण परिसर का शिलान्यास किया। इस पर लगभग 986 करोड़ रुपये की लागत आएगी। इसके बनकर तैयार होने पर यहां से प्रति वर्ष 24 प्रक्षेपण किए जा सकेंगे।
इसके अलावा तूत्तुकुडि में वीओ चिदम्बरानार बंदरगाह पर बाहरी हार्बर कंटेनर टर्मिनल का शिलान्यास भी किया और हरित नौका कार्यक्रम के तहत पहले स्वदेशी हरित हाइड्रोजन ईंधन सेल इनलैंड वाटरवे वैजल की शुरुआत की। उन्होंने 10 राज्यों के 75 लाइट हाउस पर पर्यटन सुविधाओं को राष्ट्र को समर्पित किया।
प्रधानमंत्री ने वांची मुनियाछी-नागरकोविल रेल लाइन के दोहरीकरण की परियोजना का उद्घाटन किया। इस परियोजना में वांची मुनियाछी-तिरुनेलवेली और मलप्पलयाम-अरलवेमोली खंड भी शामिल है। उन्होंने तमिलनाडु में 4,586 करोड़ रुपये की लागत से तैयार चार सड़क परियोजनाओं का उद्घाटन भी किया।
तमिलनाडु की दो दिवसीय यात्रा की समाप्ति से पहले तिरुनेलवेली में भाजपा की रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने सत्तारूढ़ द्रमुक पर तमिलनाडु में केंद्रीय योजनाओं में सहयोग नहीं करने का आरोप लगाया।
मोदी ने आरोप लगाया कि द्रमुक भारत की प्रगति और अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में देश की उपलब्धियों की सराहना करने के लिए तैयार नहीं है। इस बीच द्रमुक की उप महासचिव कनिमोई ने कहा कि इसरो की नई प्रक्षेपण परिसर योजना पिछले 10 वर्षों में उनकी पार्टी के निरंतर प्रयासों को चिह्नित करती है, जो तमिलनाडु के विकास को गति देगी।
प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर भी जमकर निशाना साधा। मोदी ने कहा कि भाजपा के लिए राष्ट्रीय हित सर्वोच्च प्राथमिकता है। तमिलनाडु के तूतीकोरिन में भारत के पहले स्वदेशी हरित हाइड्रोजन जलमार्ग पोत को हरी झंडी दिखाते हुए उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के लगातार प्रयासों के कारण परिवहन बढ़ने से तमिलनाडु में ‘जीवन में सुगमता’ आई है। (साथ में एजेंसियां)