किसानों के राष्ट्रीय राजधानी की ओर प्रस्तावित मार्च को रोकने के बाद दिल्ली पुलिस ने रविवार को सिंघू और टीकरी सीमाओं पर लगे बैरिकेड एक तरफ से हटा लिए हैं। इससे एक लेन पर यात्रियों की आवाजाही आसान हो जाएगी। दूसरी ओर हरियाणा के सात जिलों में मोबाइल इंटरनेट सवाएं बहाल कर दी गई हैं।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘हम यात्रियों के लिए पॉइंट-ए से पॉइंट-बी तक बैरियर का एक हिस्सा हटा रहे हैं। पुलिस और अर्धसैनिक बलों की तैनाती से 24 घंटे कड़ी निगरानी सुनिश्चित होगी। बल की तैनाती यथावत रहेगी। फिलहाल वाहनों की आवाजाही की अनुमति नहीं होगी।’
शहर की पुलिस ने रविवार को उन यात्रियों के लिए दो विशाल सीमेंट अवरोधक हटा दिए, जो सिंघू और टीकरी सीमाओं पर एक छोटे मार्ग का उपयोग करके दिल्ली की ओर आते हैं।
दिल्ली पुलिस ने शहर के टीकरी, सिंघू और गाजीपुर सीमा बिंदुओं पर तैनात सुरक्षाकर्मियों को सतर्क रहने का निर्देश दिया है। इस बीच, किसानों के ‘दिल्ली चलो’ आंदोलन के मद्देनजर हरियाणा के सात जिलों में करीब दो सप्ताह पहले निलंबित की गई मोबाइल इंटरनेट सेवा रविवार को बहाल कर दी गई।
अंबाला, कुरुक्षेत्र, कैथल, जींद, हिसार, फतेहाबाद और सिरसा में 11 फरवरी को सेवाएं निलंबित कर दी गई थीं और 13, 15, 17, 19, 20, 21, 23 और 24 फरवरी को निलंबन की अवधि को बढ़ाया गया था। अधिकारियों ने बताया कि इन सात जिलों में मोबाइल सेवाओं के निलंबन की अवधि बढ़ाने के लिए कोई नया आदेश जारी नहीं किया गया है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता अमरिंदर सिंह ने रविवार को खनौरी सीमा पर विरोध प्रदर्शन के दौरान घायल हुए एक किसान के खिलाफ ‘हिंसा के बर्बर कृत्य’ के लिए हरियाणा पुलिस की निंदा की।
खनौरी सीमा पर किसान फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गांरटी सहित विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं।
उन्होंने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का भी आग्रह किया। किसान नेताओं ने भी किसान प्रीतपाल सिंह को लगी चोटों को लेकर हरियाणा पुलिस पर निशाना साधा।
प्रीतपाल का इस समय चंडीगढ़ के स्नातकोत्तर चिकित्सा एवं अनुसंधान संस्थान (पीजीआईएमईआर) में इलाज चल रहा है।
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘मैं हमारे युवा किसान प्रीतपाल सिंह के खिलाफ हरियाणा पुलिस द्वारा की गई बर्बरतापूर्ण हिंसा की कड़ी निंदा करता हूं।’
उन्होंने कहा, ‘मैं हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से आग्रह करता हूं कि उन पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए जो लोगों को लंगर परोस रहे एक निहत्थे युवक को बुरी तरह से पीटने के दोषी हैं।’