केंद्रीय सरकार और केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों (CPSU) ने लगातार दूसरे महीने जनवरी में नई नियुक्तियां की हैं। इससे नियुक्तियां 11 महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई हैं। यह जानकारी राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) के शुक्रवार को जारी नई पेंशन स्कीम योजना (NPS) के आंकड़ों से मिली है।
दिसंबर, 2022 में NPS में नए सदस्य बने केंद्रीय कर्मचारियों की संख्या 9,705 थी। यह संख्या जनवरी, 2023 में 27.2 फीसदी बढ़कर 12,349 पर पहुंच गई। इससे पिछले साल फरवरी, 2022 में NPS के नए सदस्यों की संख्या 13,112 थी।
दरअसल केंद्र ने सभी नई सरकारी नौकरियों में NPS को अनिवार्य कर दिया है। हालांकि विश्लेषकों का मानना है कि केंद्र सरकार और CPSU में नए रोजगार से संबंधित मासिक सदस्या के आंकड़े प्रॉक्सी हो सकते हैं।
जनवरी में केंद्रीय सरकार और CPSU के नए शामिल सदस्यों की संख्या 12,349 थी। इसमें युवा सदस्यों (18 से 28 साल) की संख्या में करीब 70 फीसदी का इजाफा हुआ जबकि इसमें बीते महीने 63.4 फीसदी की बढ़ोतरी हुई थी। हालांकि नए सदस्यों में नई महिला सदस्यों की संख्या 5 फीसदी बढ़कर 30.9 फीसदी हो गई जबकि युवा नए सदस्यों की संख्या इस अवधि के दौरान 74.0 फीसदी से घटकर 69.4 फीसदी पर पहुंच गया।
हालांकि सार्वजनिक वित्त व नीति के राष्ट्रीय संस्थान के सहायक प्रोफेसर मुकेश आनंद ने कहा कि नए सदस्यों की संख्या में इजाफा केवल केंद्रीय सरकार और सार्वजनिक उपक्रमों की नई नियुक्तियों के कारण पूरी तरह नहीं हुआ है। उन्होंने कहा, ‘‘आमतौर पर वित्त वर्ष के अंत में ज्यादातर कर्मचारी कर रियायतों और NPS के टीयर 2 में फायदों का लाभ उठाना चाहते हैं। यह वैकल्पिक खाता है। लिहाजा ऐसे सदस्यों के कारण भी अचानक से बढ़ोतरी आ सकती है। ऐसे सदस्यों के लिए फायदा प्राप्त करने के लिए NPS आकर्षक होता है।’’
जनवरी में कर्मचारी भविष्य निधि कोष (EPFO) में व्यापक गिरावट के मद्देनजर भी NPS में नए सदस्यों की संख्या को बढ़ना देखा गया है। दिसंबर,2022 में EPF में सदस्यों की संख्या 8,40,372 थी, यह जनवरी में गिरकर 20 महीने के निचले स्तर (7,77,232) पर पहुंच गई थी।