Delhi Pollution: दिल्ली में प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए लगाए गए प्रतिबंधों का असर दिखने लगा है। इन प्रतिबंधों के कारण अब दिल्ली की हवा में सुधार देखा जा रहा है। दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) अब गंभीर श्रेणी से घटकर बहुत खराब श्रेणी में आ गया है। मौसम अनुकूल होने से भी दिल्ली की हवा सुधारने में मदद मिली है। आज दिन में धूप खिली रही। भले ही AQI गंभीर श्रेणी से बाहर आ गया हो। लेकिन अभी इस श्रेणी के तहत लगी पाबंदियों से राहत मिलने की संभावना कम है क्योंकि उच्चतम न्यायालय ने सरकार को उससे पूछे बिना ग्रेप-4 हटाने से मना किया है।
ग्रेप-4 के प्रतिबंधों के असर से दिल्ली में प्रदूषण स्तर में कमी देखी जा रही है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आज के AQI बुलेटिन के मुताबिक, दिल्ली में बीते 24 घंटे में औसत AQI 371 दर्ज किया गया, जबकि एक दिन पहले यह 419 था। इससे पहले यह 460 था। जाहिर है दो दिन में दिल्ली में प्रदूषण स्तर में करीब 20 फीसदी कमी आई है। दिल्ली में अब प्रदूषण का स्तर गंभीर श्रेणी से फिसलकर बहुत खराब श्रेणी में आ गया है। 301 से 400 के दायरे में आने वाले AQI को बहुत खराब श्रेणी और 401 से 450 के बीच AQI को गंभीर श्रेणी में माना जाता है।
दिल्ली के साथ ही एनसीआर के शहरों की हवा भी अब पहले से बेहतर हो गई है। इन शहरों में AQI बहुत खराब श्रेणी से घटकर खराब श्रेणी में आ गया है। एनसीआर के प्रमुख शहरों में गुरुग्राम में आज AQI 298, फरीदाबाद में 243, नोएडा में 253 और गाजियाबाद में 291 दर्ज किया गया, एक दिन पहले इन शहरों में AQI क्रमश: 374, 259, 304 और 328 था।
रविवार को दिल्ली की वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में दर्ज की गई। जिसके बाद सोमवार से प्रदूषण नियंत्रित करने के लिए ग्रेप-4 की पाबंदियां लगाई गई थी। इन पाबंदियों के तहत सीएनजी, बीएस-6 डीजल और जरूरी सेवाओं से संबंधित गाड़ियों को छोड़कर दिल्ली के बाहर रजिस्टर्ड गैर-आवश्यक हल्के कमर्शियल गाड़ियों पर प्रतिबंध, निर्माण कार्य पर पूरी तरह प्रतिबंध के साथ अन्य कड़े उपाय शामिल हैं। दिल्ली सरकार ने स्कूलों में ऑफलाइन कक्षाएं बंद कर दी हैं। साथ ही दिल्ली सरकार ने आवश्यक सेवाओं को छोड़कर बाकी विभागों में काम करने वाले आधे कर्मचारियों को घर से काम करने की इजाजत दी है।