Delhi pollution news: दिल्ली वाले बीते कुछ दिनों से प्रदूषण से परेशान हैं और आगे इससे राहत मिलने की बजाय इसकी मार और पड़ सकती है। प्रतिकूल मौसम से दिल्ली की हवा जहरीली हो सकती है।
बढ़ते प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए दिल्ली सरकार ओपन वर्निंग यानी खुले में आग/कूड़ा जलाने पर सख्ती करने जा रही है। दिल्ली सरकार ने आर्टिफिशियल बारिश (Artificial Rain) के लिए केंद्रीय पर्यावरण मंत्री से मंजूरी दिलवाने का फिर से आग्रह किया है।
दिल्ली में बीते 24 घंटे में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 373 दर्ज किया गया, जो बहुत खराब श्रेणी में माना जाता है। 51 से 100 के बीच AQI संतोषजनक, 101 से 200 के बीच मध्यम, 201 से 300 के बीच खराब, 301 से 400 के बीच बहुत खराब, 401 से 450 के बीच गंभीर और 450 से ऊपर बहुत गंभीर माना जाता है।
गंभीर श्रेणी में जा सकता है AQI
दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने आज दिल्ली सरकार के इससे संबंधित 33 विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक के बाद राय ने बताया कि दीवाली के बाद से दिल्ली के अंदर और इससे सटे हुए उत्तर भारत के सभी राज्यों में AQI का स्तर 300 से 400 के बीच बना हुआ है, जो बहुत खराब श्रेणी में आता है।
विशेषज्ञों के अनुसार अगले 10 दिन मौसम प्रतिकूल दिशा में जा रहा है। तापमान कम होने के साथ ही हवा की गति कम होने वाली है। जिससे AQI का स्तर और बढ़ सकता है। ऐसे में बढ़ते प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए सभी विभागों को अलर्ट मोड में रहने के निर्देश दिए हैं।
खुले में कूड़ा जलाने पर होगी सख्ती, चलेगा एंटी ओपन वर्निंग कैंपेन
पर्यावरण मंत्री राय ने बताया कि दिल्ली में धूल और वाहनों से होने वाले प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए पहले से अभियान चल रहा है। दिल्ली सरकार अब सर्दियों में आग जलाने की घटनाएं बढ़ने से होने वाले प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए अभियान चलाने जा रही है।
सरकार 6 नवंबर से दिल्ली में एंटी ओपन वर्निंग कैंपेन शुरू करेगी, जो एक महीने यानी 6 दिसंबर तक चलेगा। खुले में आग जलाने की घटनाएं रोकने के लिए दो स्तर पर काम किया जाएगा।
पहला अधिकारी फील्ड में तैनात रहकर इन घटनाओं को रोकेंगे और दोषियों पर कार्रवाई करेंगे। दूसरा सरकारी, निजी व निर्माण स्थलों पर रात में ड्यूटी करने वालों को हीटर देकर आग जलाने की घटनाओं को नियंत्रित किया जाएगा। इस अभियान में 588 टीमें तैनात की जाएंगी, जो फील्ड में जाकर आग जलने की घटनाओं को नियंत्रित करेंगी।
प्रदूषण फैलाने वालों के खिलाफ अब तक क्या हुई कार्रवाई?
गोपाल राय ने कहा प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए दिल्ली सरकार ने शीतकालीन कार्य योजना लागू की है। इस योजना के कार्यान्वयन के बाद से 7,927 से अधिक निर्माण स्थलों का निरीक्षण किया और उल्लंघन करने वाले 428 दोषियों पर 63 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है।
वाहनों से प्रदूषण के खिलाफ चल रहे अभियान के तहत 76,558 गाड़ियों का चालान किया गया और 3,248 पुरानी गाड़ियों को जब्त किया गया है।
दिल्ली में धान की पराली गलाने के लिए 3,258 एकड़ में अब तक बायो डी-कम्पोजर का छिड़काव हो चुका है। धूल प्रदूषण नियंत्रण के लिए जगह जगह एंटी स्मोग गन लगाए गए हैं।