facebookmetapixel
पांच साल में 479% का रिटर्न देने वाली नवरत्न कंपनी ने 10.50% डिविडेंड देने का किया ऐलान, रिकॉर्ड डेट फिक्सStock Split: 1 शेयर बंट जाएगा 10 टुकड़ों में! इस स्मॉलकैप कंपनी ने किया स्टॉक स्प्लिट का ऐलान, रिकॉर्ड डेट जल्दसीतारमण ने सभी राज्यों के वित्त मंत्रियों को लिखा पत्र, कहा: GST 2.0 से ग्राहकों और व्यापारियों को मिलेगा बड़ा फायदाAdani Group की यह कंपनी करने जा रही है स्टॉक स्प्लिट, अब पांच हिस्सों में बंट जाएगा शेयर; चेक करें डिटेलCorporate Actions Next Week: मार्केट में निवेशकों के लिए बोनस, डिविडेंड और स्प्लिट से मुनाफे का सुनहरा मौकाEV और बैटरी सेक्टर में बड़ा दांव, Hinduja ग्रुप लगाएगा ₹7,500 करोड़; मिलेगी 1,000 नौकरियांGST 2.0 लागू होने से पहले Mahindra, Renault व TATA ने गाड़ियों के दाम घटाए, जानें SUV और कारें कितनी सस्ती हुईसिर्फ CIBIL स्कोर नहीं, इन वजहों से भी रिजेक्ट हो सकता है आपका लोनBonus Share: अगले हफ्ते मार्केट में बोनस शेयरों की बारिश, कई बड़ी कंपनियां निवेशकों को बांटेंगी शेयरटैक्सपेयर्स ध्यान दें! ITR फाइल करने की आखिरी तारीख नजदीक, इन बातों का रखें ध्यान

दिल्ली CM आतिशी को बंगला खाली करने का आदेश, विवाद गहराया

लोक निर्माण विभाग (PWD) के अधिकारियों के अनुसार, अब बंगले को सील कर दिया गया है।

Last Updated- October 10, 2024 | 4:38 PM IST
Delhi AAP govt scheme: Political uproar over AAP government's Mahila Samman and Sanjeevani scheme आप सरकार की महिला सम्मान व संजीवनी योजना पर सियासी बवाल

दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी को सिविल लाइंस स्थित बंगला खाली करने का आदेश दिया गया है, जिसमें दो दिन पहले ही उन्होंने रहने की शुरुआत की थी। यह वही बंगला है जिसमें पहले पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल रहते थे। यह आदेश लोक निर्माण विभाग (PWD) द्वारा जारी किया गया, जिसे आतिशी खुद देखती हैं।

इस घटना ने मुख्यमंत्री आवास से जुड़े विवाद को और गहरा कर दिया है। आम आदमी पार्टी (AAP) का कहना है कि आतिशी ने सभी आवश्यक प्रक्रियाएं पूरी करने के बाद बंगले में प्रवेश किया था, जबकि PWD का कहना है कि केजरीवाल से इस संपत्ति का औपचारिक ट्रांसफर अभी तक नहीं हुआ है।

लोक निर्माण विभाग (PWD) के अधिकारियों के अनुसार, अब बंगले को सील कर दिया गया है।

मुख्यमंत्री आवास को लेकर नया विवाद

इस कदम को अभूतपूर्व बताते हुए मुख्यमंत्री कार्यालय ने कहा, “देश के इतिहास में पहली बार किसी मुख्यमंत्री को अपना घर खाली करने को कहा गया है। एलजी ने बीजेपी के कहने पर जबरदस्ती मुख्यमंत्री आतिशी का सामान हटा दिया है। एलजी की ओर से मुख्यमंत्री आवास को एक बड़े बीजेपी नेता को आवंटित करने की तैयारी चल रही है। 27 साल से दिल्ली में सत्ता से बाहर बीजेपी अब मुख्यमंत्री आवास पर कब्जा करना चाहती है।”

17 सितंबर को जमानत पर रिहा होने के बाद इस्तीफा देने वाले अरविंद केजरीवाल ने पिछले शुक्रवार को बंगला खाली किया था। PWD अधिकारियों ने पुष्टि की है कि आतिशी के पास बंगले की चाबियां हैं, लेकिन उनके पास आधिकारिक आवंटन पत्र नहीं है। सूत्रों के अनुसार, PWD के अधिकारी बुधवार सुबह बंगले पहुंचे और दोपहर तक आतिशी से चाबियां वापस ले लीं।

सीएम बंगला विवाद में नई जांच

यह पहली बार नहीं है जब मुख्यमंत्री आवास विवादों में आया है। पिछले साल, केजरीवाल और उनकी पार्टी पर बीजेपी और कांग्रेस ने इस बंगले के पुनर्निर्माण में अनियमितताओं के आरोप लगाए थे। यह घर 2015 में केजरीवाल को आवंटित किया गया था और 2020-21 में इसका पुनर्निर्माण हुआ था।

पुनर्निर्माण में अनियमितताओं और लागत बढ़ोतरी के आरोपों के बाद सतर्कता विभाग (विजिलेंस डिपार्टमेंट) ने जांच शुरू की, जिसमें 10 PWD अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई। इसके अलावा, इस मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) भी कर रही है।

इससे जुड़े एक घटनाक्रम में, सतर्कता निदेशालय ने मंगलवार को मुख्यमंत्री के विशेष सचिव समेत तीन अधिकारियों को शो-कॉज़ नोटिस जारी किया। इन अधिकारियों पर PWD के निर्देशों के बावजूद बंगले की चाबियां न सौंपने का आरोप है। केजरीवाल के कैंप कार्यालय में काम करने वाले दो अनुभाग अधिकारियों को भी नोटिस भेजा गया है। इन सभी अधिकारियों को नोटिस का जवाब देने के लिए सात दिन का समय दिया गया है।

First Published - October 10, 2024 | 4:38 PM IST

संबंधित पोस्ट