झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) छोड़ने के दो दिन बाद पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन शुक्रवार को यहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए। राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी की वर्तमान कार्यप्रणाली पर सवाल उठाने और खुद को कथित रूप से अपमानित किए जाने का आरोप लगाते हुए सोरेन ने झामुमो से दशकों पुराना नाता तोड़ लिया। उन्होंने कहा कि मैं अपने लोगों को न्याय दिलाने के लिए प्रतिबद्ध हूं।
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान और असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व शर्मा की मौजूदगी में सोरेन बड़ी संख्या में अपने समर्थकों के साथ भाजपा में शामिल हुए। उन्होंने कहा, ‘दिल्ली और कोलकाता में झारखंड सरकार द्वारा निगरानी में रखे जाने के बाद भाजपा में शामिल होने का मेरा संकल्प और मजबूत हो गया।’
उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा आदिवासियों की पहचान बचा सकती है और झारखंड के संथाल परगना में घुसपैठ रोक सकती है। कांग्रेस द्वारा आदिवासी पहचान को दांव पर लगाने का आरोप लगाते हुए चंपाई सोरेन ने कहा, ‘मैं लोगों को न्याय दिलाने के लिए प्रतिबद्ध हूं। मैंने अपने खून-पसीने से झामुमो का आगे बढ़ाया, लेकिन मुझे अपमानित किया गया। मुझे भाजपा में शामिल होने के लिए मजबूर किया गया। अब मुझे दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी का सदस्य होने का गर्व है।’