देश में संचालित एकमात्र ट्राम सेवा के 150 वर्ष पूरे होने के अवसर पर चार साल के अंतराल पर एक बार फिर कोलकाता में ‘ट्राम महोत्सव’ आयोजित किया गया है। ट्राम के प्रति उत्साही लोगों, कलाकारों और पर्यावरणविदों द्वारा 1996 से ‘ट्राम यात्रा’ मेलबर्न और कोलकाता में आयोजित की जाती है।
यह महोत्सव जागरूकता अभियानों के माध्यम से सांस्कृतिक विरासत और स्वस्थ जीवन के लिए ट्राम के महत्व पर प्रकाश डालता है। इस वर्ष की ‘ट्राम यात्रा’ की थीम विरासत, साफ हवा और हरित परिवहन है। पांच दिनों के महोत्सव के दौरान रंग-बिरंगी ट्राम पूरे शहर में यात्रा करेंगी, जिसमें सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी) पर आधारित पेंटिंग और पोस्टर सहित अन्य कलाकृतियां प्रदर्शित की जाएंगी। स्थानीय युवा चलती ट्राम के अंदर संगीत और नाटक का भी प्रदर्शन करेंगे।
शुक्रवार को मध्य कोलकाता में महोत्सव के उद्घाटन समारोह में उपस्थित परिवहन मंत्री स्नेहाशीष चक्रवर्ती ने कहा, ‘‘फ्लाईओवर और मेट्रो रेल के बुनियादी ढांचे के निर्माण के कारण हम सभी मार्गों पर ट्राम नहीं चला पा रहे हैं। सरकार का कोलकाता में ट्राम सेवा बंद करने का कोई इरादा नहीं है। हम कोलकाता नगर निगम और पुलिस के साथ कुछ मार्गों पर यातायात को प्रभावित किए बिना ट्राम चलाने के लिए चर्चा कर रहे हैं।’’ शहर में पहली ट्राम 24 फरवरी, 1873 को पटरियों पर संचालित की गई थी।