Ashok Chavan Resigns: कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा जैसे-जैसे मुंबई की तरफ बढ़ रही है, वैसे-वैसे कांग्रेस को एक के बाद एक झटके लग रहे हैं। लोकसभा चुनाव से पहले मिलिंद देवड़ा और बाबा सिद्दीकी के बाद आज कांग्रेस को झटका देते हुए महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चह्वाण ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। चव्हाण के इस्तीफे के बाद अब महाराष्ट्र में कई और नेताओं के पार्टी छोड़ने की अटकलें लग रही है। इन नेताओं की संख्या 19 बताई जा रही है।
कांग्रेस छोड़ने का फैसला निजी
कांग्रेस छोड़ने वाले महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने कहा कि मैं कांग्रेस पार्टी में होने वाली किसी भी बात को लेकर सार्वजनिक मंच पर चर्चा नहीं करने जा रहा हूं। मैंने अपना इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष को सौंप दिया है और कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया है। अगले राजनीतिक कदम पर फैसला एक-दो दिन में करूंगा।
भाजपा में शामिल होने पर अभी तक कोई निर्णय नहीं
भाजपा में शामिल होने के सवाल पर चव्हाण ने कहा कि मैंने भाजपा में शामिल होने पर अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया है। भाजपा की कार्य प्रणाली के बारे में मैं नहीं जानता। मैंने अपने अगले कदम के संबंध में किसी भी राजनीतिक दल से बातचीत नहीं की है। कांग्रेस छोड़ने का उनका फैसला निजी है और वह इसके लिए कोई कारण नहीं बताना चाहते।
अशोक चव्हाण का पार्टी छोड़ने का फैसला दुर्भाग्यपूर्ण
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि उनके सहयोगी अशोक चव्हाण का पार्टी छोड़ने का फैसला दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्हें नहीं पता कि अशोक चव्हाण ने किस मजबूरी में कांग्रेस का साथ छोड़ा। कभी नहीं सोचा था कि उनके जैसा व्यक्ति ऐसा कदम उठाएगा। पार्टी छोड़ने वालों को मतदाता सबक सिखाएंगे।
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पार्टी छोड़ना हमेशा पीड़ा का विषय
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर पोस्ट कर कहा कि जब मित्र और सहकर्मी उस राजनीतिक दल को छोड़ देते हैं जिसने उन्हें बहुत कुछ दिया है – शायद उससे भी अधिक जिसके वे हकदार थे, तो यह हमेशा पीड़ा का विषय होता है। लेकिन जो लोग असुरक्षित महसूस करते हैं, उनके लिए वह वॉशिंग मशीन हमेशा वैचारिक प्रतिबद्धता या व्यक्तिगत वफादारी से अधिक आकर्षक साबित होगी। इन विश्वासघातियों को इस बात का अहसास नहीं है कि उनके बाहर निकलने से उन लोगों के लिए बड़े पैमाने पर नए अवसर खुलेंगे जिनके विकास को उन्होंने हमेशा अवरुद्ध किया।
विपक्ष की राजनीति करना बहुत मुश्किल- सुप्रिया सुले
एनसीपी नेता सुप्रिया सुले ने कहा कि आज विपक्ष की राजनीति करना बहुत मुश्किल है, आज सरकार की आंख में आंख में डालकर यह बोलना बहुत मुश्किल है कि आपका सारा फर्जीवाड़ा गलत है, आपका श्वेत पत्र गलत है। किसी के ऊपर जांच एजेंसी का दबाव है, किसी पर प्रलोभन होता है और किसी के ऊपर अन्य तरह का दबाव बनाया जाता है।
एजेंसियों का दबाव बढ़ रहा
हाल के समय में जिन लोगों ने पार्टी छोड़ी है, उन सबके ईडी के मामलों को देख लीजिए, तो तस्वीर अपने आप साफ हो जाएगी। जो जा रहा है उसको हाथ पकड़कर नहीं रोक सकते। उसके ऊपर जरूर कोई दबाव होगा। मुझे लगता है कि यह दबाव एजेंसियों का है। सुप्रिया ने दावा किया कि सरकार की वाशिंग मशीन लोगों के लिए खोल दी जाती है। 70 हजार करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप रात में लगाएंगे और अगली सुबह मोदी जी उनके साथ हाथ मिलाकर सरकार बना लेते हैं। इस तरह की चीजें लोकतंत्र को क्षीण करती हैं।
आगे-आगे देखो होता है क्या- देवेंद्र फडणवीस
चह्वाण के भाजपा में शामिल होने की अटकलों के बीच महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि आगे-आगे देखो होता है क्या। चह्वाण मराठावाड़ा क्षेत्र में नांदेड क्षेत्र से आते हैं। उनके पिता दिवंगत शंकरराव चह्वाण भी महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री थे। अशोक चह्वाण ने मुंबई में आदर्श आवासीय घोटाले में कथित संलिप्तता को लेकर 2010 में मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। वह 2014-19 तक प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भी रहे।
कई और नेताओं के पार्टी छोड़ने की अटकलें
चव्हाण के इस्तीफे के बाद अब महाराष्ट्र में कई और नेताओं के पार्टी छोड़ने की अटकलें लग रही है। कांग्रेस में इस समय हर नेता को शंका की नजर से देखा जा रहा है जिस पर कई नेता सफाई भी देना शुरू कर दिये हैं। कांग्रेस के विधानसभा में नेता विपक्ष विजय वडेट्टीवार ने सफाई दी है कि वे कांग्रेस छोड़कर नहीं जा रहे हैं। वडेट्टीवार ने कहा कि वह कहीं नहीं जा रहे हैं, भले ही उनके अशोक चव्हाण के साथ अच्छे संबंध हैं। अफवाहों पर विश्वास न करें। अशोक चव्हाण का इस्तीफा उनके लिए एक झटका है। कांग्रेस विधायक डॉ. विश्वजीत कदम और मुंबई के मलाड से विधायक असलम शेख ने सफाई दी है कि वे कांग्रेस में ही रहेंगे।