भारत साफतौर पर सभी प्रमुख आर्टिफिशल इंटेलिजेंस (एआई) फर्मों के रडार पर है। ओपन एआई द्वारा देश में एक कार्यालय स्थापित करने की योजना की घोषणा के बाद आज एन्थ्रोपिक ने कहा कि कंपनी भारत में कदम रख रही है। वहीं परप्लेक्सिटी पहले से ही दूरसंचार दिग्गज भारती एयरटेल के साथ काम कर रही है।
सभी एआई टेक दिग्गजों के लिए भारत सबसे अधिक मांग वाले बाजारों में से एक के रूप में उभर रहा है। भारत में 1 अरब से ज्यादा इंटरनेट उपभोक्ता हैं, जो चीन के बाद दूसरा सबसे बड़ा बाजार है। यह बड़े डेवलपर इकोसिस्टम में से एक है। साथ ही भारत के कारोबारी एआई टूल्स को तेजी से अपनाने वालों में से एक रहे हैं।
इंडिया एआई मिशन के एडीशनल सेक्रेटरी और सीईओ अभिषेक सिंह ने कहा कि भारत में वैश्विक एआई दिग्गजों की होड़ यहां की क्षमता को दिखाती है, लेकिन देश को अपने मॉडल बनाने की जरूरत है।
उन्होंने कहा, ‘भारत को बड़ी संख्या में एआई इस्तेमाल करने वाले लोगों के देश के रूप में देखा जाता है। जब आप केवल एक उपयोगकर्ता बनकर रह जाते हैं, तो आप अपने डेटासेट और अपने ज्ञान को इन मॉडलों में लगाने वाले बन जाते हैं और उन्हें बेहतर बनाने में मदद करते हैं।’
मुंबई में ग्लोबल फिनटेक फेस्ट 2025 में एक फायरसाइड सेशन में बात करते हुए सिंह ने कहा कि जब तक भारत अपने एआई मॉडल और अपने समाधान बनाने में सक्षम नहीं हो जाता, तब तक उपलब्ध चीजों पर निर्भर रहने के अलावा हमारे पास कोई विकल्प नहीं है।
सिंह ने यह भी कहा कि सरकार स्टार्टअप्स और एआई फर्मों को ऐसे मॉडल बनाने में सहायता कर रही है।
एन्थ्रोपिक के सह-संस्थापक और सीईओ डारियो अमोदेई ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि भारत कुछ सीमित क्षेत्रों तक ही नहीं, बल्कि अपनी तकनीकी प्रतिभा के पैमाने और भारत सरकार की आर्टिफिशल इंटेलिजेंस के लाभों को समाज के सभी क्षेत्रों तक पहुंचाने की प्रतिबद्धता के कारण आकर्षक है। अमोदेई इस सप्ताह भारत आ रहे हैं।
एन्थ्रोपिक एआई मॉडल क्लाउड के लिए भारत दूसरा सबसे बड़ा उपयोगकर्ता आधार है। एन्थ्रोपिक द्वारा हाल ही में जारी किए गए इकनॉमिक इंडेक्स के अनुसार अन्य देशों में उपयोग की तुलना में भारत में क्लाउड का असमान रूप से अधिक उपयोग तकनीकी कार्यों और सॉफ्टवेयर विकास के लिए किया जाता है, जिसमें मोबाइल यूआई विकास और वेब ऐप डीबगिंग शामिल हैं।
परप्लेक्सिटी के सीईओ अरविंद श्रीनिवास ने कहा कि भारत सबसे बड़े बाजार के रूप में उभरा है। उन्होंने कहा कि कंपनी अभी भारत में अपना कार्यालय स्थापित कर रहने जा रही है और इसने भारत के प्रमुख दूरसंचार कंपनी भारती एयरटेल के साथ काम करना शुरू कर दिया है।
एआई ऐंड बियॉन्ड के सह-संस्थापक जसप्रीत बिंद्रा ने कहा कि वैश्विक एआई कंपनियां भारत में केवल डेटा के लिए ही नहीं, बल्कि प्रतिभा, पैमाने और एक संपन्न डेवलपर इकोसिस्टम कारण स्थापित हो रही हैं।