एचसीएल टेक्नोलॉजिज के संस्थापक चेयरमैन शिव नादर वित्त वर्ष 2023 के दौरान 2,042 करोड़ रुपये का दान करते हुए सबसे उदार कारोबारी के तौर पर सामने आए हैं। उन्होंने रोजाना औसतन 5.6 करोड़ रुपये दान किया जो वित्त वर्ष 2022 में उनके द्वारा किए गए दान के मुकाबले 76 फीसदी अधिक है। वित्त वर्ष 2022 में उन्होंने रोजाना औसतन 3 करोड़ रुपये से अधिक दान किया था।
कुल मिलाकर, 119 दिग्गज भारतीय कारोबारियों ने वित्त वर्ष 2023 में 5 करोड़ रुपये या उससे अधिक का दान दिया। साथ ही उन्होंने परोपकार कार्यों के लिए 8,445 करोड़ रुपये का दान दिया। यह वित्त वर्ष 2022 में उनके द्वारा किए गए दान के मुकाबले 59 फीसदी अधिक है। इडेलगिव हुरुन इंडिया फिलेन्थ्रॉफी सूची 2023 के आंकड़ों से यह खुलासा हुआ है।
विप्रो के अजीम प्रेमजी दूसरे पायदान पर रहे। उन्होंने वित्त वर्ष 2023 में 1,774 करोड़ रुपये का दान किया जो वित्त वर्ष 2022 में उनके द्वारा किए गए दान के मुकाबले 267 फीसदी अधिक है।
तीसरे पायदान पर रिलायंस इंडस्ट्रीज के मुकेश अंबानी रहे। उन्होंने परोपकार मद में 376 करोड़ रुपये दिए। उन्होंने काफी हद तक रिलायंस फाउंडेशन के जरिये दान किया जो मुख्य तौर पर शिक्षा एवं स्वास्थ्य सेवा पर केंद्रित रहा।
जीरोधा के निखिल कामत इस सूची में सबसे कम उम्र के दानदाता के तौर पर सामने आए। सूची में 12वें स्थान पर मौजूद कामत बंधुओं ने साल के दौरान 110 करोड़ रुपये का दान दिया।
सूची से पता चलता है कि फिलेन्थ्रॉफी की रोहिणी नीलेकणि साल के दौरान 170 करोड़ रुपये का दान देकर दानदाता महिलाओं में सबसे आगे रहीं। वह सूची में 10वें स्थान पर रहीं। उनके बाद अनु आगा (40वें पायदान पर) और लीना गांधी (41वें पायदान पर) मौजूद हैं। आगा और गांधी में प्रत्येक ने 23 करोड़ रुपये का दान दिया। इस सूची में सात महिला परोपकारियों को शामिल किया गया था।
साल के दौरान कुल 14 भारतीयों ने 100 करोड़ रुपये से अधिक का दान दिया जबकि एक साल पहले ऐसे भारतीयों की संख्या महज 6 थी। इसी प्रकार 50 करोड़ रुपये से अधिक दान देने वाले भारतीयों की संख्या बढ़कर 24 हो गई जो एक साल पहले 12 थी। साल के दौरान 47 भारतीयों ने 20 करोड़ रुपये से अधिक का दान दिया।
शिक्षा दान देने के लिए सबसे पसंदीदा क्षेत्र रहा। शिक्षा के लिए 62 दान दाताओं ने कुल मिलाकर 1,547 करोड़ रुपये का दान दिया। इसके बाद कला, संस्कृति एवं विरासत के लिए 1,345 करोड़ रुपये और स्वास्थ्य सेवा के लिए 633 करोड़ रुपये दान दिए गए।
धर्मादा कार्यों के लिए दान के लिहाज से मुंबई 39 व्यक्तियों के साथ सबसे आगे रही। उसके बाद नई दिल्ली 19 व्यक्तियों के साथ दूसरे पायदान पर और बेंगलूरु 13 व्यक्तियों के साथ तीसरे पायदान पर रहा।
शीर्ष 10 में शामिल अन्य परोपकारियों में कुमार मंगलम बिड़ला, गौतम अदाणी, बजाज परिवार, अनिल अग्रवाल, नंदन नीलेकणी और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के साइरस एवं अदार पूनावाला शामिल हैं।