अप्रैल-अक्टूबर 2023 के दौरान प्रवासी भारतीयों (एनआरआई) की जमा राशि में धन का प्रवाह दोगुना होकर 6.11 अरब डॉलर हो गया, जो एक साल पहले इसी अवधि में 3.05 अरब डॉलर था।
भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी मुद्रा प्रवासी (एफसीएनआर) खातों में आवक (इनफ्लो) अप्रैल-अक्टूबर 2023 के दौरान 2.06 अरब डॉलर बढ़ी है, जबकि 2022 की समान अवधि में निकासी (आउटफ्लो) 814 अरब डॉलर थी।
अक्टूबर में एनआरआई में तेज उछाल
अक्टूबर 2023 के अंत तक कुल मिलाकर एनआरआई जमा करीब 143.81 अरब डॉलर रहा, जो सितंबर 2023 के 143.07 अरब डॉलर की तुलना में ज्यादा है। इसमें एक साल पहले के 132.66 अरब डॉलर की तुलना में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
विश्लेषण से पता चलता है कि अक्टूबर 2023 में बकाया एफसीएनआर जमा 21.42 अरब डॉलर था। इसमें सितंबर 2023 के21.28 अरब डॉलर की तुलना में मामूली बढ़ोतरी हुई है। यह एक साल पहले के 16.10 अरब डॉलर की तुलना में उल्लेखनीय रूप से अधिक है।
अक्टूबर 2023 में प्रवासी बाह्य (एनआरई) जमा 96.56 अरब डॉलर रहा है, जो क्रमिक आधार पर देखें तो सितंबर के 96.45 अरब डॉलर की तुलना में अधिक है। पात्र प्रवासी भारतीय एनआरई खाते में किसी भी मुद्रा में धन जमा कर सकते हैं और उसे रुपये में निकाल सकते हैं।
अक्टूबर 2023 में एनआरओ जमा 25.48 अरब डॉलर हुआ
वहीं दूसरी तरफ प्रवासी सामान्य (एनआरओ) खातों में रुपये में धन जमा किया जाता है और इसे मुक्त रूप से विदेशी मुद्रा में नहीं बदला जा सकता है। अक्टूबर 2023 में एनआरओ जमा 25.48 अरब डॉलर हो गया है, जो सितंबर 2023 में 25.32 अरब डॉलर और एक साल पहले की समान अवधि में 21.79 अरब डॉलर था।
जुलाई 2022में एनआरआई खातों में धन की आवक बढ़ाने के लिए कुछ कदम उठाए थे। इसमें एफसीएनआर (बी) और एनआरई जमाओं में ब्याज दरों की सीमा में ढील दिया जाना और 4 नवंबर 2022 तक बढ़ी जमा राशि के लिए नकद आरक्षित अनुपात और वैधानिक तरलता अनुपात बनाए रखने में छूट दिया जाना शामिल है।