देश के सबसे बड़े ऋणदाता भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने संस्थागत निवेशकों से 25,000 करोड़ रुपये जुटाने के लिए शेयर बिक्री शुरू की है। किसी भी भारतीय फर्म द्वारा यह अभी तक का सबसे बड़ा पात्र संस्थागत नियोजन (क्यूआईपी) है। स्टेट बैंक ने इस निर्गम के लिए 811.05 रुपये प्रति शेयर का आधार मूल्य तय किया है, जो आज के बंद भाव से 2.5 फीसदी कम है। इसके साथ ही बैंक के निदेशक मंडल ने बॉन्ड जारी कर 20,000 करोड़ रुपये जुटाने की भी मंजूरी दी है।
सूत्रों ने कहा कि भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी), सिंगापुर की जीआईसी, कैपिटल इंटरनैशनल, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल एएमसी जैसे निवेशकों ने शेयर बिक्री में हिस्सा लिया। स्टेट बैंक का यह 2017 के बाद पहला क्यूआईपी है।
विश्लेषकों ने कहा कि बैंक वृद्धि को बढ़ावा देने के लिए पूंजी जुटा रहा है और इससे बैंक के पूंजी पर्याप्तता अनुपात में 60 आधार अंक से ज्यादा की वृद्धि होगी। 31 मार्च, 2025 तक स्टेट बैंक का पूंजी पर्याप्तता अनुपात 14.25 फीसदी था। एसबीआई में सरकार की हिस्सेदारी 57.43 फीसदी है और शेयर बिक्री के बाद यह कम होकर 55 फीसदी रह सकती है।
एसबीआई ने एक्सचेंजों को बताया कि बैंक के निदेशक मंडल ने 811.05 रुपये प्रति शेयर के आधार मूल्य पर निर्गम लाने की मंजूरी दी है। इसमें कहा गया है, ‘निर्गम मूल्य का निर्धारण निर्गम के लिए बुक रनिंग लीड मैनेजरों के परामर्श से किया जाएगा।’
सिटीग्रुप ग्लोबल कैपिटल मार्केट्स, मॉर्गन स्टैनली इंडिया, एचएसबीसी सिक्योरिटीज, आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज और कोटक इन्वेस्टमेंट बैंकिंग तथा एसबीआई कैप्स निर्गम के लिए लीड मैनेजर हैं।
स्टेट बैंक का बाजार पूंजीकरण मार्च 2021 के अंत में 3.25 लाख करोड़ रुपये था जो वित्त वर्ष 2022 में बढ़कर 4.40 लाख करोड़ रुपये, वित्त वर्ष 2023 में 4.67 लाख करोड़ रुपये, वित्त वर्ष 2024 में 6.71 लाख करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2025 के अंत में 7.13 लाख करोड़ रुपये हो गया है। आज बंद भाव के आधार पर बाजार स्टेट बैंक का बाजार पूंजीकरण 7.42 लाख करोड़ रुपये था। इससे पहले स्टेट बैंक ने जून 2017 में क्यूआईपी के माध्यम से 15,000 करोड़ रुपये की इक्विटी जुटाई थी। इसके अलावा स्टेट बैंक के बोर्ड ने वित्त वर्ष 2026 में अतिरिक्त टियर 1 और टियर 2 बॉन्ड जारी कर घरेलू निवेशकों से 20,000 करोड़ तक की पूंजी जुटाने की भी मंजूरी दी।
वित्त वर्ष 2025 की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार मार्च 2025 तक एसबीआई का पूंजी पर्याप्तता अनुपात 14.25 फीसदी था, जिसमें कॉमन इक्विटी टियर 1 10.81 फीसदी, एटी1 1.3 फीसदी और टियर 2 बॉन्ड 2.14 फीसदी था। वित्त वर्ष 2025 में बैंक का ऋण आवंटन 12.03 फीसदी बढ़कर 42.21 लाख करोड़ हो गया और जमा 9.48 फीसदी बढ़कर 53.82 लाख करोड़ हो गया। भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार 31 मार्च, 2025 को एसबीआई की कुल घरेलू जमा में बाजार हिस्सेदारी 22.60 फीसदी थी।