भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) में बीते कुछ वर्षों में कर्मचारियों की संख्या में गिरावट का कारण सालाना सेवानिवृत्ति के मुकाबले उतनी संख्या में भर्ती न हो पाना है। बैंक के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी है। उन्होंने कहा है कि कर्मचारियों की संख्या में गिरावट आर्टिफिशल इंटेलिजेंस (एआई) आधारित हस्तक्षेप सहित किसी उन्नत प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल की वजह से नहीं हुई है।
एसबीआई के उप प्रबंध निदेशक और डिजिटल बैंकिंग एवं ट्रांसफॉर्मेशन प्रमुख नितिन चुघ ने माइक्रोसॉफ्ट एआई इंडस्ट्री बोर्डरूम-बीएफएसआई संस्करण के दौरान कहा, ‘हमारी कुल कर्मचारियों की संख्या में मामूली कमी आई है लेकिन इसका प्रौद्योगिकी से कोई लेना-देना नहीं है।’
चुघ ने कहा, ‘आमतौर पर हम हर साल सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों की संख्या के बराबर भर्ती करते हैं। लेकिन बीते कुछ वर्षों में भर्ती होने वाले कर्मचारियों के मुकाबले सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों की संख्या बढ़ गई है। भर्ती होने वाले कर्मचारियों की संख्या निश्चित है। हम हर साल 2,000 परिवीक्षाधीन की नियुक्ति कर रहे हैं और हम हर साल एक निश्चित संख्या में ही प्रशिक्षुओं अधिकारियों को भी रखते हैं।’
उन्होंने कहा कि एसबीआई बड़ी संख्या में विशेषज्ञ लोगों की नियुक्ति कर रहा है। देश का सबसे बड़ा ऋणदाता एसबीआई अपनी डेटा साइंस टीम को दोगुना कर रहा है। बैंक ने एक डिजिटल मार्केटिंग टीम की भी नियुक्ति की है और प्रौद्योगिकी के जानकार लोगों की भी भर्ती कर रही है।
चुघ ने कहा कि आने वाले समय में नौकरियों की प्रकृति में बदलाव आएगा। उन्होंने कहा कि दैनिक नौकरियों में तकनीकी इनपुट का उपयोग करने के लिए सही कौशल रखने वाला व्यक्ति उन लोगों की तुलना में बेहतर होगा जिनके पास यह कौशल नहीं है। हालांकि, चुघ ने इन आशंकाओं को भी खारिज किया कि एआई के तेज उपयोग से बैंकिंग क्षेत्र में नौकरियां खत्म हो सकती हैं।
वित्त वर्ष 2024 के लिए एसबीआई की सालाना रिपोर्ट के मुताबिक, 31 मार्च 2024 के अंत तक बैंक के कर्मचारियों की संख्या 2,32,296 है। एसबीआई के कुल कर्मचारियों में से 1,10,116 अधिकारी श्रेणी में हैं, 92,514 लिपिक हैं और 29,666 अधीनस्थ कर्मचारी श्रेणी में हैं। वित्त वर्ष 2020 से एसबीआई के कर्मचारियों की संख्या में 17,000 से अधिक की कमी आई है। वित्त वर्ष 2020 में बैंक का कर्मचारी आधार 2,49,448 था। हालांकि, इस दौरान सभी सरकारी बैंकों में कर्मचारियों की संख्या में गिरावट दर्ज की गई है।