पर्यटन के खुमार के जोर पकड़ते ही इस उद्योग से जुड़े कारोबारी एक से एक नई योजनाओं के साथ पर्यटकों को लुभाने की कोशिश में लग गए हैं।
लगभग सभी कंपनियां लोगों को रियायतें, लाइफ स्टाइल हॉलीडे से अपनी ओर आकर्षित करने में जुटी हैं वहीं मुंबई स्थित पर्यटन कंपनी लाइफ स्टाइल इन सब से एक कदम आगे जाकर शेयरों के बदले विदेश में छुट्टियां मनाने का ऑफर दे रही है।
ऐसे ग्राहक जो शेयर बाजार में आई मौजूदा गिरावट से काफी नुकसान उठा चुके हैं, उनको ये टूर ऑपरेटर शेयरों की मौजूदा कीमत पर 10 फीसदी का प्रीमियम ऑफर कर रहे हैं। यह पेशकश हॉलीडे पैकेज के भुगतान के लिए की जा रही है।
ग्राहक शेयरों का इस्तेमाल आंशिक या पूर्ण रूप से हॉलीडे के लिए रकम का भुगतान करने के लिए कर सकते हैं। बाकी बची रकम का भुगतान नकद में किया जाना है। हालांकि इसमें कुछ सीमाएं भी शामिल हैं।
कंपनियां ऐसे शेयरों को ले रही हैं जो प्रमुख 72 कंपनियों के हैं या फिर ब्लू चिप शेयर हैं। इनमें भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन, कॉलगेट पामोलिव, एचडीएफसी बैंक, इन्फोसिस टेक्ोलॉजीज, रिलायंस इंडस्ट्रीज, टीसीएस और विप्रो शामिल हैं।
इस बारे में इस कंपनी के अधिकारी ने बताया कि इस तरह के ऑफर के भविष्य में भी जारी रहना शेयर बाजार पर निर्भर करता है जिससे वित्तीय स्थिरता सुनिश्चित हो सके। इसका मतलब यह है कि अगर बाजार में तेज गिरावट आती है तो कंपनी इस योजना को रोक सकती है। अगर मोल-भाव में माहिर हैं तो शेयर स्थानांतरण प्रक्रिया में 2 दिन लगेंगे।
इस पर ब्रोकरेज फीस, स्टांप डयूटी और सेवा कर भी लगेगा और इन सभी का भुगतान ग्राहकों को करना पड़ेगा। इसमें कोई शक नहीं कि इस योजना में नयापन होने के साथ ही यह आकर्षक भी है। लेकिन निवेश सलाहकारों की मानें तो लंबे समय में जमा किए गए शेयरों को हॉलीडे पर होने के लिए खर्च के बदले स्वैप करना उतना व्यावहारिक नहीं लग रहा है।
इस बाबत प्रमाणित वित्तीय योजनाकार गौरव मशरूवाला का कहना है कि ब्लू चिप कंपनियों के शेयरों को बेचना केवल इस बात को दर्शाता है कि आप इन शेयरों में ज्यादा दिलचस्पी नहीं रखते हैं। बकौल वित्तीय सलाहकार, इक्विटी में निवेश करना दीर्घ अवधि की प्रक्रिया है और इसके लिए निवेशकों को काफी प्रयास करने होते हैं।
इक्विटी में निवेश करने से पहले लोग कारोबार, पूंजी आधार, नफा-नुकसान का पता करते हैं और उसके बाद ही इस पर अपने विश्वास की मुहर लगाते हैं। इस अथक प्रयास को विदेश में सिर्फ छुट्टियां बिताने के लिए बेच देना तर्कसंगत नहीं लगता है। अगर शेयर के स्थानांतरण पर विचार किया जाए तो इसका मतलब यह होता है कि शेयरों का स्थानांतर स्टॉक एक्सचेंज के जरिये नहीं होता है।
लाइफ स्टाइल हॉलीडे गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी बुल्स ऐंड बीयर फाइनैंस लिमिटेड का हिस्सा है। इनका वी जेठलाल रामजी शेयर ब्रोकर्स के नाम से एक ब्रोकिंग हाउस भी है। इन शेयरों को स्थानांतरण ब्रोकिंग हाउस की मदद से होता है।
ऐसे लोग ही इस ऑफर को गले लगा सक ते हैं जो शेयरों का कारोबार करते हैं। लेडर 7 फाइनैंशियल एडवाइजरी के निदेशक सुरेश सदगोपन कहते हैं कि कई कारोबारी घाटा बुक करने के लिए शेयरों की बिक्री करते हैं और लघु अवधि का पूंजी घाटा उठाते हैं।
