गेल इंडिया
सिफारिश : 399 रुपये
मौजूदा भाव: 420.55 रुपये
लक्ष्य: 25.8 प्रतिशत
ब्रोकर: आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज
गेल इंडिया को अपने गैस ग्रिड मेंविस्तार और रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल) के केजी बेसिन से गैस आपूर्ति का फायदा मिलेगा। कंपनी अपनी गैस आपूर्ति क्षमता दोगुनी करना चाहती है। यह विस्तार वह 28,000 करोड़ रुपये के पूंजी खर्च से दो चरणों में करेगी। यह वित्तीय वर्ष 2012 तक पूरा होना है।
कंपनी के इस कदम से इसका पाइपलाइन नेटवर्क बढ़कर 12,000 किलोमीटर से अधिक हो जाएगा। इस नेटवर्क का उपयोग कर गेल अपनी गैस विस्तार क्षमता 176 एमएमएसएमसीडी कर सकती है। इसके साथ ही कंपनी का गैस आपूर्ति इबडिटा अगले सात वर्षों में चौगुना हो जाएगा और इसके रिस्क प्रोफाइल में भी सुधार होगा।
कच्चे तेल की कीमतों और एलपीजी और पेट्रो रसायन में रियलाइजेशन बढने के साथ-साथ कच्चे माल की कीमतें स्थिर रहने सेइसके मुनाफे में अच्छी वृध्दि हो सकती है। सब्सिडी में आ रही कमी और सीएजीआर पर आपूर्ति वॉल्यूम के 20.2 प्रतिशत होने के कारण वित्त वर्ष 2009 से 2011 के बीच गेल के राजस्व के 11.3 प्रतिशत की चक्रवृध्दि रफ्तार से बढ़ने की संभावना है।
कंपनी के शेयरों का कारोबार वित्त वर्ष 2010 के पीई के 11.1 गुना , ईवी इबीआईटीडीए के 7.5 गुना और पीबीवी के 2 गुना पर हो रहा है। इसमें खरीदारी की सलाह दी जाती है।
सत्यम कंप्यूटर सर्विसेज
सिफारिश : 433 रुपये
मौजूदा भाव: 432.45 रुपये
लक्ष्य: 521 रुपये
बढ़त : 20 प्रतिशत
ब्रोकर: शेयरखान
सत्यम कंप्यूटर सर्विसेज का हेज वित्त वर्ष 2009 की पहली तिमाही में वर्ष 2008 के 1,13 करोड़ 30 लाख डालर से घटकर 67 करोड़ 50 लाख डॉलर रह गया जो कि इसके इसके प्रतियोगियों की तुलना में सबसे कम है। वित्त वर्ष 2009 में रुपये में 7 प्रतिशत की गिरावट होने के कारण सत्यम ने वित्त वर्ष की पहली तिमाही में अपने प्रतियोगियों की तुलना में कम विदेशी मुद्रा घाटा उठाया।
कंपनी की टॉपलाइन ग्रोथ में इसकी सहायक कंपनियों का योगदान वित्त वर्ष 2008 में 4.7 प्रतिशत रहा जबकि बॉटमलाइन ग्रोथ में उनका योगदान घटा। वित्त वर्ष 2009 में कंपनी चार विशेष आर्थिक क्षेत्र बनाने के लिए?अपने पूंजी खर्च में इजाफा कर इसे 538 करोड रुपये करने की सोच रही है। इन चार विशेष आर्थिक क्षेत्रों में दो हैदराबाद में जबकि एक-एक क्रमश:चेन्नई और नागपुर में होगा।
इससे कंपनी को वित्त वर्ष 2010 के बाद टैक्स रेट कम करने में मदद मिलगी क्योंकि सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क्स ऑफ इंडिया के तहत मिली छूट कंपनी को वापस मिलने लगेगी। वित्त वर्ष 2008 से 2010 के बीच सत्यम की टॉपलाइन और बॉटमलाइन के क्रमश: 25.4 प्रतिशत और 23.4 की दर से चक्रवृद्धि दर से विकास करने की संभावना है।
कंपनी के शेयरों का कारोबार वित्त वर्ष 2008 की कमाई पर 13.5 गुना और 2010 की कमाई पर 11.6 गुना पर हो रहा है। इसका शेयर अभी 433 रुपये पर कारोबार कर रहा है।
एचटीएमटी ग्लोबल सॉल्यूशन्स
सिफारिश : 246 रुपये
मौजूदा भाव : 243 रुपये
लक्ष्य: उपलब्ध नहीं
ब्रोकर: एडलेवाइस सिक्योरिटीज
हिंदुजा समूह की इकाई एचटीएमटी सॉल्यूशन्स (एचटीएमटी) एनएएसएससीओएम की वित्त वर्ष 2008 में रेंकिंग के अनुसार भारत की चौथी सबसे बड़ी बीपीओ कंपनी है। एचटीएमटी का मुख्य काम टेलीकॉम, कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स और बीएफएसआई सहित अन्य क्षेत्रों में ऑफ्टर-सेल्स सर्विस प्रदान करना है।
बेक-ऑफिस प्रोसेसिंग के क्षेत्र में भी यह बीमा ग्राहकों को दावों के निपटान की सेवा प्रदान करती है। कंपनी ने अपनी जैविक और अ-जैविक पहल की मदद से अमेरिका में ऑफशोर उपस्थिति, कनाडा में नियर-शोर उपस्थिति और मॉरिशस, फिलीपीन्स और भारत में ऑफशोर उपस्थिति दर्ज करने में सफलता पाई है।
फिलहाल 11 करोड़ डॉलर के नकद के साथ कंपनी डिलीवरी और डोमेन संबंधी क्षमताओं को और अधिक मजबूत बनाने केलिए इनऑर्गेनिक ग्रोथ की संभावनाओं पर ज्यादा ध्यान दे रही है।
वित्त वर्ष 2006-08 के दौरान कंपनी के राजस्व और शुध्द मुनाफे में सीएजीआर पर क्रमश:68 प्रतिशत और 101 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है जबकि ईबीआईटीडीए मार्जिन में भी सतत रूप से सुधार हुआ है और यह 12.7 प्रतिशत से बढ़कर 15.8 प्रतिशत पहुंच गया।
कंपनी के शेयरों का कारोबार वित्त वर्ष 2010 की आय पर पीई के 5.2 गुना और वित्त वर्ष 2009 की आय के 4.2 गुना पर हो रहा है। एचटीएमटी केपास 229 रुपये प्रति शेयर के समतुल्य शुध्द नकद जमा है। हालांकि ब्रोकर ने शेयरों की दर तय नहीं की है।
आईटीसी
सिफारिश : 191 रुपये
मौजूदा भाव: 189.25 रुपये
लक्ष्य: 218 रुपये
बढ़त: 15.2 प्रतिशत
ब्रोकर: इंडिया इंफोलाइन
आईटीसी का सिगरेट वॉल्यूम वित्त वर्ष 2009 में एक प्रतिशत गिरेगा लेकिन वित्त वर्ष 2009 की पहली तिमाही में वॉल्यूम में जितनी गिरावट की अपेक्षा की गई थी, उससे कम ही है।
कंज्यूमर अपग्रेडिंग एक्सरसाइज के तहत गैर-फिल्टर स्मोकर को परिवर्तित करने की प्रक्रिया के वित्त वर्ष 2010 की दूसरी तिमाही तक पूरा हो जाने केबाद सिगरेट के मार्जिन में विस्तार होगा। वित्त वर्ष 2010-11 के दौरान सिगरेट मार्जिन के सीएजीआर पर 6.5 प्रतिशत की दर से विकास दर्ज करने की संभावना है।
गैर-सिगरेट एफएमसीजी कारोबार में हुए घाटे के और होने की संभावना नहीं दिखाई दे रही है। इसका कारण यह है कि खाद्य पदार्थों केकारोबार की स्थिति वित्त वर्ष 2010 तक बेहतर हो जाएगी क्योंकि कमोडिटी की कीमतों में आशीर्वाद और सनफीस्ट के योगदान, साबुन और शैंम्पू कारोबार के निवेश में बढोतरी हुई है।
जहां तक कृषि से संबंधित कारोबार की बात है तो कमोडिटी की कीमतों में कमी होने और गेहूं के निर्यात पर लगे प्रतिबंध समाप्त होने के बाद आईटीसी की आमदनी में सुधार आएगा। अगले दो से तीन सालों में 200 करोड रुपये की विस्तार की योजनाओं से कागज के कारोबार में बढ़ोतरी होगी और साथ ही 900,000 टीपीए पेपरबोर्ड मशीन केबैठने की संभावनाओं के लिए अध्ययन जारी है।
वित्त वर्ष 2010 से 11 के बीच क्षमताओं में संवर्धन और बाजार में प्रतिबंधित आपूर्ति के कारण होटलों से मिलने वाला राजस्व स्थिर रहने की संभावना है। वित्त वर्ष 2008 से 11 के बीच कृषि, कागज और पेपरबोर्ड की बिक्री और होटलों की आय के सीएजीआर पर क्रमश: 16 प्रतिशत, 28 प्रतिशत,10 प्रतिशत की बढोतरी होने की संभावना है।