पेटीएम पेमेंट्स बैंक में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा शुरू की गई संभावित विदेशी मुद्रा उल्लंघन की जांच में किसी तरह की गड़बड़ी का पता नहीं चला है। इस मामले से अवगत एक सरकारी अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी।
पिछले सप्ताह, ईडी ने वन 97 कम्युनिकेशंस की इकाई पेटीएम पेमेंट्स बैंक द्वारा किए गए वैश्विक ट्रांजेक्शन की जांच करने की घोषणा की थी। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा 31 जनवरी को पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर खातों या वॉलेट में नई जमाएं स्वीकार करने पर रोक लगाए जाने के बाद से पेटीएम का शेयर 50 प्रतिशत से ज्यादा टूट गया है। इस संकट से पेटीएम शेयरधारकों को करीब 3.1 अरब डॉलर का नुकसान हुआ।
अधिकारी ने कहा कि जांच में उपयोगकर्ताओं के प्रोफाइल को सत्यापित करने वाले केवाईसी संबंधित नियमों में कुछ खामियों का पता चला। उन्होंने कहा, ‘लेकिन प्रवर्तन निदेशालय को पेटीएम पेमेंट्स बैंक द्वारा विदेशी मुद्रा प्रबंधन संबंधित उल्लंघन का पता नहीं चला है।’
अधिकारी ने कहा कि बैंक द्वारा संदिग्ध लेनदेन रिपोर्ट तैयार नहीं किए जाने के अलावा कुछ अन्य मुद्दे भी थे। प्रवर्तन निदेशालय अभी भी यह पता लगा रहा है कि किसी संभावित उल्लंघन के लिए आरोप लगाए जाएं या नहीं।
ईडी ने इस संबंध में फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। पेटीएम का शेयर सोमवार को दूसरे कारोबारी सत्र में 5 प्रतिशत तक चढ़कर बंद हुआ और दो दिनों में इसमें 10 प्रतिशत की तेजी आ चुकी है। पेटीएम पेमेंट्स बैंक को आरबीआई ने अपना परिचालन पहले के समान बरकरार रखने के लिए 15 दिन की मोहलत दी है।
शुक्रवार को पेटीएम ने कहा कि उसने अपने कुछ लोकप्रिय व्यवसायों को बरकरार रखने और मौजूदा संकट से निपटने के प्रयास में नए बैंकिंग भागीदार ऐक्सिस बैंक के साथ समझौता किया है।
बर्न्सटीन के विश्लेषकों का कहना है कि परिचालन बरकरार रखने की समय-सीमा बढ़ने से पेटीएम पेमेंट्स बैंक के खातों और कोड्स, साउंडबॉक्स तथा कार्ड मशीनों को आसानी से स्थानांतरित करने में मदद मिलेगी। सिटी के विश्लेषकों को ऐक्सिस की तरह कई और बैंकिंग साझेदारियों की उम्मीद है, जिसे उसने मौजूदा व्यवसायों के लिए सकारात्मक करार दिया है।
हालांकि सिटी ने इस शेयर पर बिकवाली रेटिंग बरकरार रखी है, जबकि बर्न्सटीन ने आउटपरफॉरर्म रेटिंग बनाए रखी है। हालांकि जेफरीज ने कहा है कि नियामकीय स्थिति सुधरने तक वह पेटीएम पर अपना कवरेज बंद रखेगा। एलएसईजी के आंकड़े के अनुसार, दो ब्रोकरों ने पिछले महीने में पेटीएम पर अपना कवरेज बंद किया है। मौजूदा समय में पेटीएम पर नजर रखने वाले 13 विश्लेषकों में से 5 ने बिकवाली की रेटिंग दी है, जबकि पिछले साल यह संख्या शून्य थी।
इस शेयर के लिए कीमत लक्ष्य पिछले महीने में 31 प्रतिशत घटकर 625 रुपये रह गया है। सोमवार को यह शेयर 358 रुपये पर बंद हुआ।