वित्तीय सेवा विभाग के सचिव एम नागराजू ने गुरुवार को कहा कि बिजली और सड़क परियोजनाओं को धन मुहैया कराने के साथ नैशनल बैंक फॉर फाइनैंसिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर ऐंड डेवलपमेंट (नैबफिड) को शहरों की बुनियादी ढांचा परियोजनाओं और टैलेंट पूल तैयार करने के लिए शहरी स्थानीय निकायों को भी धन मुहैया कराने की जरूरत है।
नैबफिड के बुनियादी ढांचा सम्मेलन को संबोधित करते हुए नागराजू ने कहा कि संस्थान को बड़े पैमाने पर वित्तपोषण की नई योजनाओं पर काम करना चाहिए, ताकि बैंक संस्थागत पूंजी जुटाते हुए हर तीन से पांच साल में अपने पोर्टफोलियो को नए सिरे से संतुलित कर सकें।
नैबफिड एक सरकारी वित्तीय संस्थान है, जो पिछले 3 साल से काम कर रही है। इसने मजबूत नींव रखते हुए पहले ही 2 लाख करोड़ रुपये जारी किए हैं। इसके साथ ही इसके तीन चौथाई ऋण 15 साल या इससे अधिक की मैच्योरिटी वाले हैं। उन्होंने कहा कि इससे बड़ी परियोजनाओं को व्यावहारिक बनाने के लिए लंबे समय की पूंजी मिली है। कम अवधि में इस संस्थान ने अपना विस्तार 37 में से 17 बुनियादी ढांचा उप क्षेत्रों तक किया है। सचिव ने कहा कि अगला चरण क्षमता सिद्ध करने से लेरप व्यवस्था को आकार देने में असर डालने तक होना चाहिए।