facebookmetapixel
Corporate Actions This Week: इस हफ्ते बाजार में डिविडेंड-बोनस-स्प्लिट की बारिश, निवेशकों की बल्ले-बल्ले!IT शेयरों पर H-1B वीजा का असर, 3–5% तक गिरावट का अनुमान; खरीदें, बेंचे या होल्ड करें?नवरात्रि पर कार-बाइक कंपनियों ने घटाए दाम, खरीदारों के लिए खुशखबरीAdani Power, नजारा टेक समेत चार कंपनियां इस हफ्ते करेंगी स्टॉक स्प्लिट, छोटे निवेशकों को मिलेगा फायदाआधार कार्ड बनवाते समय भूल से भी न करें ये काम, वरना जेल और जुर्माना तयतेज रफ्तार ट्रेन से नई उड़ान, 60 लाख करोड़ की आमदनी से देश की विकास रफ्तार होगी दोगुनीFPI की बिकवाली जारी, सितंबर में अब तक शेयरों से 7,945 करोड़ रुपये निकालेMarket Outlook: इस हफ्ते शेयर बाजार पर H-1B वीजा फीस बढ़ोतरी, GST राहत और ट्रेड वार्ता का दिखेगा असरGST Reform: 22 सितंबर से लागू होगा नया GST, जानें क्या होगा सस्ता और क्या महंगाPM मोदी आज 5 बजे राष्ट्र को करेंगे संबोधित, GST और अन्य अहम मुद्दों पर दे सकते हैं जानकारी

जनवरी में तेजी से बढ़ा पर्सनल लोन, क्रेडिट कार्ड सेगमेंट के कर्ज में हुआ 31 फीसदी का इजाफा

रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने जुलाई और अगस्त 2023 में उपभोक्ता ऋण में उच्च वृद्धि और एनबीएफसी की बैंकों से उधारी पर बढ़ती निर्भरता को लेकर चिंता जताई थी।

Last Updated- March 01, 2024 | 10:10 PM IST
personal loan

असुरक्षित ऋण पर नवंबर 2023 में जोखिम अधिभार बढ़ाए जाने के बावजूद जनवरी महीने में व्यक्तिगत ऋण की वृद्धि दर तेज रही है। जनवरी 2024 में व्यक्तिगत ऋण (पर्सनल लोन) पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 21 फीसदी बढ़ा है, जबकि अक्टूबर 2023 में इसमें 22.3 फीसदी सालाना वृद्धि हुई थी।

इस सेग्मेंट में ऋण वृद्धि जनवरी 2023 में एक साल पहले की समान अवधि की तुलना में 26.6 फीसदी रही थी। भारतीय रिजर्व बैंक के मुताबिक क्रेडिट कार्ड सेग्मेंट में भी जनवरी 2024 में पिछले साल की समान अवधि की तुलना में ऋण वृदि्ध 31.3 फीसदी रही है, जो अक्टूबर 2023 में 28 फीसदी और एक साल पहले 31.2 फीसदी थी।

नवंबर 2023 में रिजर्व बैंक ने असुरक्षित उधारी पर जोखिम अधिभार बढ़ा दिया था, जिसमें व्यक्तिगत ऋण, क्रेडिट कार्ड ऋण और एनबीएफसी को बैंक ऋण शामिल है। रिजर्व बैंक ने उपभोक्ता ऋण पर जोखिम अधिभार 100 फीसदी से बढ़ाकर 125 फीसदी कर दिया था।

रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने जुलाई और अगस्त 2023 में उपभोक्ता ऋण में उच्च वृद्धि और एनबीएफसी की बैंकों से उधारी पर बढ़ती निर्भरता को लेकर चिंता जताई थी।

रिजर्व बैंक की कार्रवाई का असर बैंकों द्वारा एनबीएफसी को दिए जा रहे ऋण पर नजर आ रहा है। इस साल जनवरी में इसकी वृद्धि दर पिछले साल की समान अवधि की तुलना में घटकर 15.6 फीसदी रह गई है, जबकि जनवरी 2023 में वृद्धि दर 30.6 फीसदी थी।

रिजर्व बैंक ने कहा कि उद्योगों को दिया जाने वाला ऋण जनवरी 2024 में पिछले साल की तुलना में 7.8 फीसदी बढ़ा है, जो जनवरी 2023 में 8.7 फीसदी बढ़ा था। सेवा क्षेत्र को दिया जाने वाला ऋण जनवरी 2024 में 20.7 फीसदी बढ़ा है, जो एक साल पहले 21.4 फीसदी बढ़ा था।

First Published - March 1, 2024 | 10:10 PM IST

संबंधित पोस्ट