वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही (जून 2024 में समाप्त तिमाही) के दौरान गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों द्वारा जारी किए गए कर्ज में सालाना आधार पर 12 प्रतिशत वृद्धि हुई है। जारी कर्ज में होम लोन, ऑटो लोन और पर्सनल लोन में तेज वृद्धि दर्ज की गई है।
वहीं इसके पहले की तिमाही की तुलना में देखें तो वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही (मार्च 2024 को समाप्त) की तुलना में जारी ऋण 11 प्रतिशत कम हुआ है। फाइनैंस इंडस्ट्री डेवलपमेंट काउंसिल (एफआईडीसी) के मुताबिक कारोबार के सीजन की वजह से ऐसा हुआ है।
एफआईडीसी के आंकड़ों से पता चलता है कि कुल मिलाकर वित्त कंपनियों द्वारा जारी कर्ज अप्रैल-जून 2024 के दौरान 5.08 लाख करोड़ रुपये रहा है, जो एक साल पहले (वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही) के 4.54 लाख करोड़ रुपये की तुलना में अधिक है। एफआईडीसी वित्त कंपनियों का उद्योग लॉबी समूह है।
निर्माण उपकरणों के लिए कर्ज में ऋणात्मक वृद्धि हुई है। एफआईडीसी ने एक बयान में कहा कि कुल मिलाकर देखें तो ज्यादातर श्रेणियों में सालाना आधार पर धनात्मक वृद्धि दर्ज की गई है। वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में जारी गोल्ड लोन 26 प्रतिशत बढ़कर 79,217 करोड़ रुपये हो गया, जो वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही में 62,834 करोड़ रुपये था। पर्सनल लोन सालाना आधार पर 12 प्रतिशत बढ़कर 71,306 करोड़ रुपये हो गया, जो एक साल पहले की समान अवधि में 63,494 करोड़ रुपये था।
हाउसिंग सेग्मेंट के लिए जारी लोन वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में 50,826 करोड़ रुपये रहा, जो वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही में 47,084 करोड़ रुपये था।