एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस के एमडी और सीईओ अमित झिंगरन ने चालू वित्त वर्ष में यूलिप पर निर्भरता घटाने और वृद्धि की रणनीति को लेकर आतिरा वारियर से बातचीत की। प्रमुख अंश….
वित्त वर्ष 2025 में प्रीमियम से आमदनी में वृद्धि क्यों स्थिर रही?
कंपनी ने व्यक्तिगत एपीई (एनुअल प्रीमियम के समतुल्य) के आधार पर करीब 13 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की है। कुल एपीई में स्थिरता रही है, क्योंकि ग्रुप फंड का अंशदान कम रहा है। हमने जानबूझकर इस दिशा में काम नहीं किया क्योंकि उद्योग द्वारा की रही दरों की पेशकश हमारे मार्जिन के हिसाब से नकारात्मक थी। आने वाले वर्षों में भी हम व्यक्तिगत एपीई के आधार पर हम 14 प्रतिशत वृद्धि दर्ज करेंगे और कुल एपीई के आधार पर वृद्धि करीब 12 से 13 प्रतिशत रहेगी।
वित्त वर्ष 2025 में हमारा लक्ष्य ग्राहकों की वित्तीय जरूरतों के आकलन के आधार पर प्रोडक्ट मिक्स को गैर-यूलिप प्रोडक्ट्स की ओर स्थानांतरित करना था। हमारी कवायदों का असर अंतिम तिमाही में नजर आया। यूलिप की हिस्सेदारी चौथी तिमाही में गिरकर 60 प्रतिशत से बहुत नीचे आ गई। हमारे परंपरागत प्रोडक्टस की बेहतरीन वृद्धि से इसे समर्थन मिला है। परंपरागत सेग्मेंट में हमने 4 नए प्रोडक्ट पेश किए। परंपरागत प्रोडक्ट पर ध्यान बढ़ाने और शेयर बाजार में उतार चढ़ाव ने कुल बिक्री में यूलिप की हिस्सेदारी कम करने में अहम भूमिका निभाई है।
कंपनी ने वीएनबी मार्जिन का लक्ष्य हासिल कर लिया है, वित्त वर्ष 2026 में आपका मार्जिन कैसा रहेगा?
वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में वीएनबी मार्जिन 30.5 प्रतिशत था। यह बहुत बेहतर है और प्रोडक्ट में विविधता देने से बेहतर स्थिति बनी। कुल मिलाकर वित्त वर्ष के अंत में यह 27.8 प्रतिशत रहा, जो हमारे दिशानिर्देशों के मुताबिक रहा है। आगामी वित्त वर्ष (वित्त वर्ष 2026) में हमने करीब 27 सले 28 प्रतिशत का लक्ष्य रखा है।
डिस्ट्रीब्यूशन मिक्स में बैंकाश्योरेंस चैनल की हिस्सेदारी क्यों घटी है?
परंपरागत रूप से कंपनी का बैंका चैनल मजबूत रहा है। पहुंच बढ़ाने में सुधार को लेकर हमारे पास बहुत अवसर हैं और हम काम जारी रखेंगे। लेकिन हम एजेंसी के माध्यम से भी ढेरों अवसर देख रहे हैं।
एजेंसी पर ध्यान देने के साथ आप बैंका चैनल में वृद्धि को किस तरह देखते हैं?
कुल मिलाकर उद्योग में कंपनी की बैंका चैनल में हिस्सेदारी 29 प्रतिशत है। वित्त वर्ष 2025 में बैंका चैनल में वृद्धि 9 प्रतिशत थी और 3 साल का सीएजीआर 10 से 12 प्रतिशत रहा है। अगले साल बैंका चैनल में हम निचले दो अंक की वृद्धि दर का लक्ष्य रख रहे हैं।
पिछली तिमाही में परंपरागत प्रोडक्ट्स की हिस्सेदारी बढ़ी, आगे चलकर प्रोडक्ट मिक्स को किस रूप में देख रहे हैं?
आदर्श प्रोडक्ट मिक्स इस पर निर्भर है कि कंपनी किस क्षेत्र में मजबूत है और ग्राहकों की जरूरतें किस तरह पूरी करती है। हमारी कंपनी में यूलिप की हिस्सेदारी ज्यादा रही है। प्रोडक्ट मिक्स के विविधीकरण के लिए हमने अन्य सेग्मेंट की हिस्सेदारी बढ़ाने की कवायद की। हमें भरोसा है कि वित्त वर्ष 2026 में भी प्रोडक्ट मिक्स में बदलाव जारी रहेगा और हम यूलिप की हिस्सेदारी 65 प्रतिशत और परंपरागत उत्पादों की हिस्सेदारी 35 प्रतिशत बनाए रख सकेंगे।